नालंदा न्यूज़: सदर प्रखंड के कुसुम्भा गांव के तालाब की खुदाई में एक माह से कम की अवधि मे दूसरी बार प्रतिमा मिली है. काले पत्थर की मिली प्रतिमा पालकालीन बताया जा रहा है. इस बार प्रतिमा का सिर भी मिला है.
गांव के मुखिया संजय पासवान ने बताया कि जो भी प्रतिमा मिल रही है वह खंडित है. मिली प्रतिमा को गांव के मंदिर में रखी गयी है. पिछली बार 23 फरवरी को तालाब खुदाई में प्रतिमा मिली थी. उस समय प्रतिमा का धड़ मिला था. प्रतिमा का सिर करीब डेढ़ फीट ऊंचा है. प्रतिमा किस भगवान की है, इस पर लोगों में संशय बना हुआ है. कोई इसे विष्णु भगवान की प्रतिमा बता रहा है तो कोई शंकर भगवान की प्रतिमा कह रहा है. प्रतिमा मिलने की सूचना मिलते ही ग्रामीणों की भारी भीड़ लग गई है. लोग मंदिर में प्रतिमा को स्थापित कर पूजा अर्चना में जुटे हैं.
धरती नीचे दबे हैं कई अवशेष गांव के बड़े-बुजुर्ग कहते हैं कि कुसुम्भा और आसपास के इलाके में धरती के नीचे एक नहीं कई पौराणिक अवशेष दबे हैं. यही कारण है कि अक्सर मिट्टी खुदाई के दौरान देवी-देवताओं की प्रतिमाएं मिलती रहती हैं. पुरातत्व विभाग को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है. अगर सर्वे कर इसकी खुदाई करायी जाए तो कई प्राचीन प्रतिमाएं व अवशेष मिल सकते हैं.