बिहार

पद्मश्री रामचंद्र मांझी का सेमरिया घाट पर होगा अंतिम संस्कार

Shantanu Roy
8 Sep 2022 12:26 PM GMT
पद्मश्री रामचंद्र मांझी का सेमरिया घाट पर होगा अंतिम संस्कार
x
बड़ी खबर
पटना। प्रसिद्ध कलाकार और भिखारी ठाकुर के शिष्य पद्मश्री रामचंद्र मांझी का का अंतिम संस्कार गुरुवार को रिविलगंज के सिमरिया घाट पर किया जाएगा। नगरा प्रखंड के तुजारपुर निवासी रामचंद्र मांझी के शव को अंतिम दर्शन के लिए उनके गांव में रखा गया है। सारण जिले के रहने वाले रामचंद्र मांझी के निधन से भोजपुरी कला के क्षेत्र में शोक है। उनका निधन बुधवार की रात पटना के आईजीआईएमएस में हो गया। उन्हें पिछले कई दिनों से हार्ट ब्लॉकेज और इंफेक्शन की शिकायत थी। पिछले पांच दिनों से वे यहां इलाजरत थे। बताया गया है कि उनके बड़े पुत्र शंभू माझी मुखाग्नि देंगे। रामचंद्र मांझी के चार पुत्र व दो पुत्री हैं। पत्नी सुदमिया देवी का पहले ही निधन हो चुका है। वे वर्तमान में आर्थिक संकट से जूझ रहे थे। उनके निधन की सूचना मिलने पर कला संस्कृति एवं युवा मंत्री जितेंद्र राय ने दूरभाष से उनके परिजनों से बात कर शोक संवेदना व्यक्त की।
रामचंद्र मांझी लौंडा नाच के आखिरी कलाकार बताये जाते हैं। उन्होंने लौंडा नाच को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलायी थी। लौंडा नाच के मशहूर कलाकार रामचंद्र मांझी को 94 वर्ष की उम्र में भारत सरकार ने 2021 में पद्मश्री अवार्ड से नवाजा था। उन्हें ये अवार्ड राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों प्रदान किया गया था। उन्हें संगीत नाटक अकादमी अवार्ड 2017 से नवाजा गया था। उन्हें राष्ट्रपति ने प्रशस्ति पत्र के साथ एक लाख रुपये की पुरस्कार राशि भेंट की थी। रामचंद्र मांझी 96 वर्ष के होने के बाद भी मंच पर जमकर थिरकते और अभिनय करते थे। रामचंद्र मांझी 10 वर्ष की उम्र में ही भिखारी ठाकुर की मंडली से जुड़े थे। उनके साथ करीब 30 वर्षों तक वे कला के क्षेत्र में परिपक्व होते रहे।
Next Story