राजद नेता यादव ने कहा कि यह ध्यान में रखना चाहिए कि विपक्षी दलों ने विचार-विमर्श किया था और सत्तारूढ़ भाजपा नीत गठबंधन द्वारा नाम का खुलासा किए जाने से बहुत पहले ही सिन्हा के बारे में फैसला कर लिया गया था।
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर बिहार में विपक्ष ने अपने पत्ते खोल दिए हैं। राष्ट्रीय जनता दल के नेतृत्व में विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति चुनाव में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा का समर्थन करने का फैसला किया है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर भाजपा नीत एनडीए झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू का नाम पहले बता देता, तो चीजें अलग हो सकती थीं।
राजद नेता यादव ने कहा कि यह ध्यान में रखना चाहिए कि विपक्षी दलों ने विचार-विमर्श किया था और सत्तारूढ़ भाजपा नीत गठबंधन द्वारा नाम का खुलासा किए जाने से बहुत पहले ही सिन्हा के बारे में फैसला कर लिया गया था। यादव एक बैठक की अध्यक्षता करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। बैठक में राजद, कांग्रेस और वाम दलों के प्रतिनिधियों ने संयुक्त रूप से सिन्हा को समर्थन देने की घोषणा की।
राष्ट्रपति चुनाव 18 जुलाई को होने वाला है। भाजपा ने पिछले हफ्ते यादव और उनके सहयोगियों से मुर्मू को समर्थन देने की अपील की थी। इस उन्होंने कहा कि अगर भाजपा ने अपने उम्मीदवार की घोषणा के लिए अंतिम समय तक इंतजार नहीं किया होता, तो चीजें अलग हो सकती थीं। हम अब इस स्तर पर पीछे नहीं हट सकते। 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में राजद, वाम और कांग्रेस के कुल 115 विधायक हैं।