मोतिहारी: सदर अस्पताल के जेनरेटर चालक की लापरवाही के करण रात ऑपरेशन के समय बिजली गुल हो गयी और जेनरेटर स्टार्ट नहीं होने के कारण टार्च की रोशनी में प्रसूता का महिला चिकित्सक के द्वारा ऑपरेशन करना पड़ा.
इसको लेकर सिविल सर्जन ने उक्त जेनरेटर ऑपरेटर से जवाब तलब किया है. रात करीब साढ़े दस बजे सदर अस्पताल के ओटी में एक प्रसूता का सिजेरियन ऑपरेशन डॉ श्रुतिश्री कर रही थीं. इसी बीच बिजली के 11 हजार बोल्ट का तार टूट गया और बिजली ठप हो गयी. अतरिक्त बिजली के लिये रखे गए जेनरेटर चालक को लगातार फोन करने पर भी नहीं उठाया. अंतत बिजली विभाग को फोन कर बिजली ठीक कराया गया. इस घटना की सूचना सदर अस्पताल प्रबन्धक कमलेश दुबे के द्वारा सीएस को दिया गया तो सिविल सर्जन ने उक्त ऑपरेटर से जवाब तलब करते हुये कार्रवाई करने का निर्देश दिया. जानकारी प्रबन्धक श्री दुबे ने दी है.
टीकाकरण के बाद ऑनलाइन रिपोर्ट
अब सदर अस्पताल से लेकर सरकारी अस्पताल में जन्मे बच्चे का नाम व पता टीकाकरण के साथ ही पूरा डिटेल सरकारी पोर्टल पर अपलोड होगा. यह व्यवस्था सदर अस्पताल और रक्सौल में शुरू कर दी गयी है.
जल्द ही अन्य अस्प्ताल के बाद प्राथमिक चिकित्सा केंद्र पर शुरू किया जाएगा. इसको लेकर सीएस ने डाक्टर, डीआईओ व ड्रग इंस्पेक्टर के साथ बैठक की. बैठक में इसको लेकर की गई तयारी की समीक्षा की गई. डीईओ डॉ शरद चन्द्र शर्मा ने बताया कि डिलेवरी के बाद तुरन्त नवजात का डिटेल ऑनलाइन कर दिया जाएगा. इसकी तैयारी पूरी कर ली गयी है. बताते हैं कि इसको लेकर सदर अस्पताल में प्रशिक्षण भी दिया गया था. बैठक में डॉ पंकज कुमार, डॉ कुमार अमृतांशु, डीईओ डॉ शरद चन्द्र शर्मा थे.