बिहार

जातिगत गणना में केवल 'M-Y' गिना गया, धर्म-जाति में बांट रहे नीतीश

Manish Sahu
5 Oct 2023 6:59 PM GMT
जातिगत गणना में केवल M-Y गिना गया, धर्म-जाति में बांट रहे नीतीश
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पटना: भारतीय जनता पार्टी ने अपने दिवंगत नेता कैलाशपति मिश्र की 100वीं जयंती पर बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया. इस दौरान पटना के बापू सभागार में बीजेपी नेताओं ने कैलाशपति मिश्र के कार्यकाल के दौरान बीजेपी में मजबूती से काम करने वाले 14 कार्यकर्ताओं का जोरदार स्वागत किया गया. सबसे पहले पूर्व राज्यपाल गंगा प्रसाद और इसके बाद बारी- बारी से बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के अतिरिक्त कई नेताओं ने इनके कार्यों की सराहना करने के लिए सबों स्वागत किया. इस दौरान बड़ी संख्या में बीजेपी के कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में पंडित कैलाशपति मिश्र की पुत्रवधु दिलमणि देवी बीजेपी में शामिल हो गईं. उन्हें प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने भाजपा की सदस्यता दिलाई. इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने राज्य सरकार को कठघरे में खड़ा किया और जातिगत जनगणना रिपोर्ट पर सवाल खड़े किए.
सम्राट चौधरी ने कहा, बिहार में जातीय सर्वेक्षण अधूरा है क्योंकि तुष्टीकरण को छोड़ सभी जातियों को कम दिखाया गया. केवल M-Y (मुस्लिम-यादव) को गिनने का काम हुआ है. लालू यादव ने 15 साल राज किया किसी को आरक्षण नहीं दिया. आरक्षण दिया तो राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव और मिशा भारती को. बीजेपी नेता ने दावा किया कि बिहार में केवल बीजेपी ही पिछड़ों, अतिपिछड़े और दलित को सम्मान दिया है. अब आगामी 24 जनवरी 2024 को कर्पूरी ठाकुर की जयंती इसी तरह बड़े पैमाने पर मनाई जाएगी. इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कैलाशपति मिश्र की आदमकद मूर्ति लगाने का संकल्प लिया.
पटना के बापू सभागार में इस कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय और गिरिराज सिंह के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद शामिल हुए. इस कार्यक्रम में सांसद सुशील मोदी, नंद किशोर यादव, राधामोहन सिंह, पूर्व राज्यपाल गंगा प्रसाद, मंगल पांडे सहित कई नेताओं की मौजूदगी रही. इस दौरान अपने संबोधन में सुशील कुमार मोदी ने कैलाशपति मिश्र को याद करते हुए कहा कि उन्होंने राज्य सरकार में उपमुख्यमंत्री रहते अति पिछड़ों को आरक्षण देने का काम किया.
सुशील मोदी ने कहा, कर्पूरी ठाकुर की सरकार में पिछड़ों को बिहार में सबसे पहले आरक्षण दिया गया. आज जो लोग जाति आधारित गणना रिपोर्ट आने के बाद जो लोग जाति और आरक्षण की सियासत कर रहे हैं वो अति पिछड़ा को बिहार के मुख्यमंत्री की कुर्सी देने का साहस नहीं रखते. आज बीजेपी के साथ मंडल भी है और कमंडल भी है.
इस कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा, आज जो लोग जाति की बात कर रहे हैं उनके घर में इनकी जाति के सामान्य लोग जा भी सकते हैं क्या? लालू के बाद राबड़ी, तेजस्वी, मुलायम के बाद अखिलेश और ममता दीदी के बाद उनके भतीजे. रविशंकर प्रसाद ने यह भी आशंका जाहिर की कि 2024 में बीजेपी की जीत के बाद बिहार में सरकार कितने दिन चलेगी पता नहीं.
इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह का जाति आधारित गणना रिपोर्ट पर हमला करते हुए कहा, जाति बंटवारे में गड़बड़ी की गई है. 215 जातियों का सर्वे कराया, लेकिन 190 ऐसी जातियां हैं जिनकी आबादी एक फीसदी से कम है. 26 ऐसी जातियां हैं जिनकी आबादी एक हजार से कम है. नीतीश कुमार धर्म और जाति के नाम पर समाज को बांट रहे हैं. नीतीश कुमार कम आबादी वाली जातियों के लिए क्या करेंगे? कौन सी नीति बनायेंगे?
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इस अवसर पर कहा, कैलाश जी ना होते तो लालू यादव सीएम नहीं होते. मैं उसका चश्मदीद गवाह हूं. हिम्मत है लालू यादव मेरी बात काट दें. लालू यादव समर्थन मांगने आए थे. कैलाशपति मिश्र और कर्पूरी ठाकुर ने सबसे पहले आरक्षण दिया. नीतीश कुमार और लालू यादव को कैलाशपति मिश्र ने सीएम बनाया.
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लालू यादव पर परिवारवाद को लेकर हमला करते हुए कहा, लालू यादव जेल जाने के समय किसी दूसरे यादव को सीएम क्यों नहीं बनाया? क्यों राबड़ी देवी को सीएम बनाया? इन लोगों को सिर्फ परिवार से मतलब है, गरीब, पिछड़े, दलित से कोई लेना देना नहीं है.
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