बिहार
मॉडल सदर अस्पताल गोपालगंज में महिला डॉक्टर के वक्त पर न पहुंचने के कारण एक की मौत
Ritisha Jaiswal
22 July 2022 2:20 PM GMT
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बिहार के मॉडल सदर अस्पताल गोपालगंज में महिला डॉक्टर के वक्त पर न पहुंचने के कारण फिर एक प्रसूता की मौत हो गई.
बिहार के मॉडल सदर अस्पताल गोपालगंज में महिला डॉक्टर के वक्त पर न पहुंचने के कारण फिर एक प्रसूता की मौत हो गई. गुरुवार की पूरी रात दर्द से कराहती रही महिला, लेकिन महिला डॉक्टर अस्पताल नहीं पहुंची. शुक्रवार को अस्पताल में ही जच्चा-बच्चा की मौत हो गई.
जान गंवानेवाली महिला की पहचान शाहजहां खातून के रूप में हुई है. वह कुचायकोट थाना क्षेत्र के जलालपुर नेचुआ गांव के रहनेवाले अमीर अली की पत्नी थी. बीते साल 3 जुलाई 2021 को ही महिला की शादी हुई थी. मौत होने के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया. जुलाई महीने में डॉक्टर के अभाव में जच्चा-बच्चा की मौत का इस अस्पताल में यह दूसरा मामला है.
गुरुवार की रात एडमिट की गई थी प्रसूति
परिजनों ने बताया कि गुरुवार की रात में 2 बजे प्रसूति महिला को सदर अस्पताल के लेबर वॉर्ड में भर्ती कराया गया था. रात में कोई भी डॉक्टर नहीं आया. पूरी रात महिला दर्द से कराहती रही. सुबह होते ही स्वास्थ्यकर्मियों ने इंजेक्शन दिया, जिससे मरीज को इंफेक्शन हुआ और मुंह और नाक से झाग आने लगी. हंगामा करने पर डॉक्टर सुबह में पहुंचे, तब तक जच्चा-बच्चा की मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर समय पर पहुंच जाते तो मरीज की जान बचाई जा सकती थी. उन्होंने कहा कि जच्चा-बच्चा की मौत होने के बाद अस्पताल प्रशासन परिजनों को मैनेज करने में जुट गया. अस्पताल प्रबंधक सिद्धार्थ कुमार ने कहा कि मामले की जांच उपाधीक्षक डॉ शशि रंजन प्रसाद खुद कर रहे हैं. मरीज के गैसपीन (गैस और पेट दर्द की शिकायत) में होने की बात सामने आई है.
1 जुलाई को भी हुई थी जच्चा-बच्चा की मौत
इसके पहले एक जुलाई को मांझा थाना क्षेत्र के नया बाजार के रहनेवाले चंद्रशेखर प्रसाद ने अपनी पत्नी को 1 जुलाई को सदर अस्पताल में भर्ती कराया था. इस केस में भी डॉक्टर के इंतजार में हालत बिगड़ गई और जच्चा-बच्चा की मौत हो गई थी. मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया था. जांच कर कार्रवाई की बात कही गई, लेकिन न कोई कार्रवाई हुई और न ही अस्पताल के सिस्टम में सुधार हुआ.
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