बिहार

सालाना उर्स के मौके पर राजद नेताओं ने चढ़ायी चादर, अमन चैन की मांगी दुआ

Shantanu Roy
25 Nov 2021 7:25 AM GMT
सालाना उर्स के मौके पर राजद नेताओं ने चढ़ायी चादर, अमन चैन की मांगी दुआ
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राजधानी पटना (Patna News) के तकिया पर स्थित हजरत अनजान शाह बाबा रहमतुल्लाह अलेह दरगाह पर सालाना उर्स के मौके पर राजद कार्यकर्ताओं ने चादरपोशी की.

जनता से रिश्ता। राजधानी पटना (Patna News) के तकिया पर स्थित हजरत अनजान शाह बाबा रहमतुल्लाह अलेह दरगाह पर सालाना उर्स के मौके पर राजद कार्यकर्ताओं ने चादरपोशी की. इस दौरान अल्पसंख्यक समाज के (Chadarposhi in Phulwari Patna ) हजारों लोगों ने भी बैंड बाजा हाथी ऊंट के साथ सड़कों पर निकले और मजार पर पहुंचकर चादरपोशी की. बता दें कि कोरोना को लेकर 2 साल से भव्य चादरपोशी का आयोजन नहीं हो पाया था.

अल्पसंख्यक समाज और राजद नेताओं ने तकिया पर स्थित हजरत अनजान शाह बाबा रहमतुल्लाह अलेह दरगाह पर चादरपोशी कर राज्य के लिए अमन चैन की दुआ मांगी. प्रत्येक वर्ष की भांति इस साल भी इस मौके पर चादरपोशी धूमधाम से की गई. चादर पोशी करने के बाद राजद नेता मोहम्मद अफरोज आलम ने कहा कि इस तानाशाह सरकार से मुक्ति के लिए दुआ किए हैं. सरकार सिर्फ अपनी उपलब्धियां गिनाने में लगी है. लेकिन हकीकत में ये है कि जहरीली शराब कांड से कई लोगों की जान चली गई है.
'पुलिस महिलाओं के बेडरूम में घुसकर शराब खोजने में जुटी हुई हैं. चादरपोशी कर ये दुआ मांगी है कि अल्पसंख्यक, दलितों को इस सरकार से मुक्ति मिले. सरकार महिलाओं की बात करती है. शराब तलाशी के नाम पर महिलाओं को बेइज्जत किया जा रहा है. मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड से पूरे देश में सरकार की थू-थू हुई थी.' :- मोहम्मद अफरोज आलम , जिलाध्यक्ष राजद,अल्पसंख्यक
वहीं स्थानीय निवासी मोहम्मद असदुद्दीन ने सरकार के ऊपर कटाक्ष करते हुए 15 साल से जनता बेहाल है. सरकार शराबबंदी की हर बार समीक्षा करती है लेकिन बेरोजगारी पर कभी समीक्षा नहीं करती है. राज्य में बेरोजगारी चरम सीमा पर है. उन्होंने कहा कि बिहार के युवा रोजगार के लिए कहां जाए. सरकार को सिर्फ अब दारू से मतलब है.


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