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नवादा। नवादा के पटेल स्मारक तथा वारिसलीगंज नगर परिषद मुख्यालय स्थित पटेल चौक पर स्वतंत्र भारत के प्रथम गृहमंत्री लौहपुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की 147 वी जयंती सोमवार को धूमधाम से मनाई गई। उनके सपनों का भारत बनाने का संकल्प लिया गया। नवादा पटेल स्मारक पर शिक्षाविद डॉ अनुज कुमार पत्रकार डॉ साकेत बिहारी सहित कई लोगों ने माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। सर्वप्रथम उपस्थित गणमान्य लोगों ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया । तत्पश्चात उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला गया। अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा के प्रखंड अध्यक्ष रामप्रवेश कुमार ने कहा कि सरदार पटेल का असली नाम बल्लभ भाई झावेर भाई पटेल है। इनका जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात प्रान्त के नाडियाद में हुआ था। लंदन जाकर उन्होंने बैरिस्टर की पढ़ाई की तथा महात्मा गांधी की प्रेरणा से भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय भागीदारी निभाई।
प्रदेश कांग्रेस नेता सह पूर्व जिला पार्षद डॉ. राजीव कुमार ने कहा कि स्वतंत्रता के समय भारत में 562 देशी रियासतें थी, जिसका क्षेत्रफल भारत का 40 प्रतिशत था। सरदार पटेल ने सभी रियासतों को अपनी बौद्धिक क्षमता से देश में विलय कराया जिसमें जूनागढ़ , हैदराबाद तथा जम्मू - कश्मीर जैसी रियासत भी शामिल थी। अखिल भारतीय धानुक उत्थान संघ के वरीय प्रदेश उपाध्यक्ष विजय कुमार राय ने कहा कि गृह मंत्री के रुप में वे पहले व्यक्ति थे जिन्होंने भारतीय नागरिक सेवाओं (आई.सी. एस.) का भारतीयकरण कर उन्होंने भारतीय प्रशासनिक सेवाएं (आई.ए.एस.) बनाया तथा अंग्रेजों की सेवा करनेवालों में विश्वास भरकर राजभक्ति से देशभक्ति की ओर मोड़ा। महासभा के प्रखंड महामंत्री महेश भाई पटेल ने कहा कि सरदार पटेल जहां पाकिस्तान की छद्म व चालाकी पूर्ण चालों से सतर्क थे वहीं देश के विघटनकारी तत्वों से भी सावधान करते थे।
पूर्व वार्ड पार्षद डॉ. कैलाश प्रसाद ने कहा कि पटेल जी में कौटिल्य की कुटनिज्ञता तथा छत्रपति शिवाजी की दूरदर्शिता कूट - कूट कर भरी हुई थी। एडवोकेट रणविजय कुमार ने कहा कि वे सरदार ही नहीं बल्कि भारतीयों के हृदय के सरदार थे। राजद नेता उमेश प्रसाद यादव ने कहा कि सरदार पटेल अखंड भारत की कल्पना को साकार करने में जीवन भर प्रयासरत रहे। ई. रंजीत कुमार ने पटेल जी को आधुनिक भारत का शिल्पी बताया। अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के प्रखंड अध्यक्ष अधिवक्ता चंद्रमौलि शर्मा ने कहा कि जाति - पाति, धर्म - सम्प्रदाय , ऊंच - नीच तथा छुआछूत जैसी सामाजिक कुरीतियों को समाप्त कर राष्ट्र के नवनिर्माण में मिलजुलकर काम करना ही सरदार पटेल के प्रति सच्ची भक्ति होगी। सामाजिक कार्यकर्ता सूचित कुमार ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मौके पर अन्य लोगों के अलावा जद (यू) नेता अजय कुमार राय, शशिभूषण कुमार, मनोज प्रसाद., कृष्णा प्रसाद, सुमन साव आदि ने भी सरदार पटेल के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला।
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