पटना न्यूज़: शहर में जलजमाव नहीं हो इसके लिए अधिकारियों की टीम अभी से तैनात कर दी गई है. तीन अलग-अलग टीमें इस पर काम कर रही हैं. लोगों को जलजमाव से परेशानी नहीं झेलनी पड़े, इसके लिए समुचित प्रबंध किए जा रहे हैं. जिन अधिकारियों को जलनिकासी की व्यवस्था में लगाया गया है, यदि उनके इलाके में जलजमाव हुआ तो उन पर कार्रवाई होगी. शहर के संप हाउस और नालों के निरीक्षण के दौरान ये बातें डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कही.
डीएम ने सबसे पहले राजापुर पुल नाला एवं ड्रेनेज पम्पिंग प्लांट का निरीक्षण किया. इसके बाद आनंदपुरी नाला, हड़ताली मोड़ अंडरग्राउंड नाला, सर्पेन्टाइन बोरिंग रोड नाला, ईको पार्क संप हाउस-3, पटेल गोलम्बर सर्पेन्टाइन नाला एवं संप हाउस की व्यवस्था को देखा. निरीक्षण में पाया कि आनन्दपुरी नाले में जल प्रवाह में पथ निर्माण विभाग के कार्यों के कारण अवरोध है. उन्होंने तुरंत कार्यपालक अभियंता को इसे दुरुस्त करने का आदेश दिया. हड़ताली मोड़ पर अंडरग्राउंड नाले का निर्माण कार्य चल रहा था. लोहिया पथ चक्र का निर्माण कर रहे पुल निर्माण निगम के अधिकारियों ने बताया कि काम समाप्त होने वाला है. सर्पेंटाइन बोरिंग रोड नाला तथा ईको पार्क सम्प हाउस-3 के पास नाले में लोहे की ग्रेटिंग लगाकर कचरे को रोकने को कहा ताकि जलनिकासी सही तरीके से हो सके.
19 जोन में बंटा है पटना नगर निगम
पटना नगर निगम के 75 वार्डों को 19 जोन में बांट कर मानसून के दौरान जलजमाव की समस्या को रोकने के लिए क्विक रिस्पॉन्स टीम (क्यूआरटी) की तैनाती की गई है. बुडको की ओर से 56 स्थायी ड्रेनेज पंपिंग स्टेशन संचालित हैं. 28 अस्थायी ड्रेनेज पंपिंग स्टेशन का संचालन मानसून अवधि में पटना शहर के विभिन्न क्षेत्रों में किया जाएगा. डीपीएस के कुल पम्पों की संख्या 325 है, जिनमें 255 स्थायी तथा 70 अस्थायी हैं. विद्युत चालित पम्प 257 तथा डीजल चालित पम्प 68 हैं. विभिन्न पम्पिंग प्लांट पर ई-सर्विलांस के अधीन तीन पालियों में पर्याप्त संख्या में पम्प ऑपरेटर तथा सफाई कर्मी 24 घंटे के लिए तैनात कर दिए गए है. बुडको हेडक्वार्टर में कंट्रोल रूम बनाया गया है जो 24 घंटे काम कर रहा है.