नालंदा न्यूज़: गिरियक प्रखंड सभागार में को पंचायत समिति की बैठक हुई. अध्यक्षता प्रखंड प्रमुख रजनी कुमारी ने की. बैठक के दौरान शिक्षा, जन वितरण प्रणाली, स्वास्थ, मनरेगा, आंगनबाड़ी, बिजली सहित सरकार की विभिन्न योजनाओं पर चर्चा की गयी. बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा के बाद 42 लाख 40 की योजनाएं पारित की गईं. बैठक में विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों के नहीं आने पर सदन में जनप्रतिनिधियों ने जमकर बवाल काटा. कहा कि इन विभागों के पदाधिकारियों को जब बैठक की सूचना भेजी गई थी तो फिर क्यों नहीं उपस्थित हुए. इनमें प्रखंड आपूर्ति विभाग, पीएचईडी, आंगनबाड़ी के अलावा अन्य पदाधिकारियों के उपस्थित नहीं होने को खेदपूर्ण बताया. उप प्रमुख मनोरमा देवी ने बताया कि बैठक में पदाधिकारियों का अनुपस्थित रहने पर शोकॉज पूछा गया है. प्रखंड प्रमुख रजनी कुमारी ने बताया कि सभी पंचायत समिति सदस्यों के बीच योजना को लेकर बराबर-बराबर भाग में राशि बांटी गई. प्रमुख ने बताया कि पहले प्रखंड में एक करोड़ 10 लाख का आवंटन होता था. इसे घटाकर आधा से भी कम 42 लाख 40 हजार कर दिया गया है, जो चिंता का विषय है. राशि का काम आवंटन होने पर विकास में बाधा आ रही है. दो बार से 42 लाख 40 हजार की राशि का आवंटन हो रहा है. इसे बढ़ाकर पूर्व की तरह करने की मांग सभी सदस्यों ने की.
आंगनबाड़ी केंद्रों की दुर्दशा पर जनप्रतिनिधियों ने काफी आक्रोशित होकर कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र सही ढंग से नहीं चल रहे हैं. बैठक में सीपीडीओ की अनुपस्थिति पर पंचायत समिति सदस्यों ने नाराजगी जताई. इसके अलावा सदस्यों ने बिजली, सिचाई, स्वास्थ्य, शिक्षा, मनरेगा योजना, जीविका, बैंक, जन्म-मृत्यु, नल-जल, सड़क, पुल-पुलिया समेत अन्य मुद्दों को उठाया. सदस्यों के स्तर पर उठाए गए मुद्दों को पदाधिकारियों ने जवाब दिया एवं प्रस्ताव में लिया गया.
जनप्रतिनिधियों ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को शुद्ध पानी मिल सके. लेकिन, सभी सात पंचायतों में प्रोजेक्ट पूरी तरह विफल साबित हो रहा है. सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल का जल धरातल पर पूरी तरह नहीं उतर सका है. गर्मी की शुरुआत में ही कई घरों में चापाकल का पानी सूख गया है. दूसरी ओर नल जल योजना भी पूरी तरह विफल है. पंचायत के अधिकतर भागों में नल जल योजना का लगभग यही हाल है. हर घर नल जल योजना ग्रामीणों के लिए छलावा साबित हो रही है. बैठक में बीडीओ निर्मल कुमार, सीओ सोनम राज, पंचायती राज पदाधिकारी सीमा खातून, बीएओ अरविंद कुमार, मनरेगा पदाधिकारी आशुतोष कुमार, प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि संतोष कुमार, पंचायत समिति सदस्य सुनील सिंह, इंद्रजीत, किम्मी भारती, मुखिया चंदन कुमार, राजकुमारी देवी, चिंटू देवी, अवधेश प्रसाद सिंह व अन्य मौजूद थे.