बेगूसराय: स्थानीय शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के परिसर में स्थित जीएनएम कॉलेज में ‘विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस’ के मौके पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
यह कार्यक्रम जिला गैर संचारी रोग कोषांग के तहत मानसिक स्वास्थ्य टीम ने आत्महत्या के खिलाफ जागरूकता को लेकर किया गया. जिसमें जीएनएम छात्राओं को इससे जुड़े कई पहलुओं की जानकारी दी गई. मसलन आत्महत्या का ख्याल मन में आने के क्या वजह हो सकते है? साथ ही साथ ऐसे ख्यालों से खुद को कैसे बचाकर जिंदगी में सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ा जा सकता है. इसकी जानकारी मनोचिकित्सक डॉ. कीर्ति पाण्डेय, डॉ. कुमारी अनुराधा, डॉ. दिवेश सेन ने छात्राओं को प्रदान की गई. जागरूकता कार्यक्रम में बताया कि मौजूदा दौर में आत्महत्या के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इसका एक प्रमुख कारण तनाव है. इन दिनों व्यक्ति जितना तनाव में है, वैसी स्थिति अतीत में पहले कभी नहीं थी. लोगों की तेजी से बदलती जीवनशैली, रहन-सहन और भौतिक वस्तुओं के प्रति अत्यधिक आकर्षण, पारिवारिक विघटन और बढ़ती बेरोजगारी और धन-दौलत को ही सर्वस्व समझने की प्रवृत्ति के कारण आत्महत्या के मामले बढ़ते जा रहे हैं. स्ट्रेस भी दो प्रकार का होता है, जो स्ट्रेस आपको जीवन या कॅरियर में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें, उसे आप ‘पॉजिटिव स्ट्रेस’ कह सकते हैं. वहीं तनाव का दूसरा प्रकार डिस्ट्रेस होता है, जो शरीर में कई बीमारियां पैदा करता है.
यह तनाव का गंभीर प्रकार है. डिस्ट्रेस शरीर में तनाव पैदा करने वाले हार्मोंस को रिलीज करता है. इस कारण शारीरिक व मानसिक समस्याएं पैदा हो सकती हैं.
32 को पीएम स्वनिधि योजना का लाभ
पीएम स्वनिधि योजना के तहत 32 आवेदकों को पीएनबी द्वारा लोन दिया गया. बता दें कि नगर परिषद डे-नूलम योजना के तहत शहर के फुटपाथी दुकानदार व रेहड़ी-पटरी चलाने वाले लोगों को दस हजार रुपये का गारंटी फ्री लोन दिया जाता है.
इस योजना के तहत लोगों को लोन एक साल में लौटना होता है. अगर लाभुक इस लोन को लेने के बाद एक साल के अंदर लौटा देते हैं. तो दूसरी बार उनको 20 हजार का लोन 18 माह के लिए और तीसरी बार 50 हजार रुपये का लोन 36 माह के लिए सभी बैंकों द्वारा दिया जाता है.