बक्सर: मुरलीटोल से हाजीपुर को सीधे जोड़ने वाली सड़क अब राष्ट्रीय उच्च पथ- 122 बी में तेजी से बदल रही है. इस सड़क के निर्माण के साथ ही बेगूसराय जिले में अब राष्ट्रीय उच्च पथों की कुल संख्या- हो जाएगी. पूर्व से इस जिले होकर एनएच-28 व एनएच- 31 गुजर रहा है.
अब एनएच-122 बी के बनने से जिलेवासियों को पटना तक आवाजाही के लिए नया सुविधाजनक वैकल्पिक मार्ग मिल गया है. खासकर बछवाड़ा प्रखंड के चमथा दियारे का इलाका इस राष्ट्रीय उच्च पथ से सीधे जुड़ चुका है. पहले यहां सिंगल रोड था. चमथा दियारे वासियों को बछवाड़ा प्रखंड मुख्यालय तक इस सड़क होकर आवाजाही करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था.
कुल 72 किलोमीटर लंबी यह सड़क 624.43 करोड़ रुपए लागत से बनाई जा रही है. प्रथम फेज में मुरली टोल चौक से महनार के बीच 42.68 किलोमीटर लंबी इस सड़क का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर कराया जा रहा है. प्रथम फेज में मुरलीटोल से महनार के बीच इस सड़क का निर्माण कार्य 266 करोड़ रुपए लागत से पूर्ण कराया जा रहा है. दूसरे चरण में महनार से गांधी सेतु के समीप वैशाली जिले के जढुआ तक करीब 29 किलोमीटर लंबी यह सड़क बनेगी. बेगूसराय के पश्चिमी सीमा मुरली टोल चौक के समीप यह सड़क एनएच- 28 से जोड़ी गई है. सड़क निर्माण करवा रही कंस्ट्रक्शन कंपनी के कर्मियों ने बताया कि घनी आबादी वाले इलाके में यह सड़क पूरी तरह पीसीसी ढलाई कर बनाई जा रही है. कर्मियों ने बताया कि अगले माह के भीतर इस सड़क का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा. बछवाड़ा से हाजीपुर के बीच इस सड़क को सड़क परिवहन एवं राजमार्ग विभाग भारत सरकार की ओर से राष्ट्रीय उच्च पथ-122 बी का दर्जा मिला है. इस सड़क के बन जाने से बेगूसराय, समस्तीपुर व वैशाली जिले के लोगों को पटना आने-जाने में काफी सहूलियत होगी. इस सड़क होकर बछवाड़ा से पटना की दूरी करीब 30 किलोमीटर कम हो जाएगी.
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि एनएच-122 बी का निर्माण हो जाने से इलाके के लोगों के लिए सड़क मार्ग से सीधे हाजीपुर व पटना जाने का यह सबसे बेहतरीन वैकल्पिक मार्ग होगा.
पहले मुरली टोल से महनार के बीच यह सिंगल रोड रहने के कारण इस होकर लोगों को हाजीपुर व पटना जाने- आने में जाम की समस्या से जूझनी पड़ती थी. अब एनएच-122 बी बनने के साथ ही इस सड़क की चौड़ाई बढ़ाकर 10 मीटर की जा रही है. इसके अलावा सड़क के नों तरफ करीब 4 फीट चौड़े फ्लैंक भी बनवाए जा रहे हैं.