बिहार

भाजपा को दो बार धोखा देने वाले जदयू के लिए अब पार्टी के दरवाजे बंद

Harrison
28 Sep 2023 10:19 AM GMT
भाजपा को दो बार धोखा देने वाले जदयू के लिए अब पार्टी के दरवाजे बंद
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बिहार | पूर्व उपमुख्यमंत्री भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि भाजपा को दो बार धोखा देने वाले जदयू के लिए अब पार्टी के दरवाजे बंद हैं. राजद और कांग्रेस पर दबाव बनाने के लिए जदयू अक्सर हवा में पलटी मारने की कलाबाजी दिखाते रहता है.
जारी बयान में उन्होंने कहा कि भाजपा-जदयू की सरकार के समय पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पटना में स्थापित की गई थी. मुख्यमंत्री के वहां आकर पुष्पांजलि अर्पित करने पर हमें कोई आपत्ति नहीं, लेकिन इससे कोई कयास लगाने की जरूरत नहीं. वर्ष 2000 में जदयू के 35 और भाजपा के 65 विधायक थे. इसी तरह 2020 के चुनाव में जदयू के 44 के मुकाबले भाजपा के 75 विधायक बने. 20 साल में दो बार भाजपा ने अधिक सीटें जीतने के बाद भी नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया और बदले में दो विश्वासघात झेले. उन्होंने कहा कि अब जदयू न तो भरोसा करने लायक है और न उनके पास कोई जनाधार बचा है. वह वोट ट्रांसफर कराने की क्षमता खो चुका है. जदयू को एनडीए में वापस लेने का कोई प्रश्न ही नहीं है.
जदयू अब हर गठबंधन के लिए बोझ बन चुका है. वैसे किसी के सपने देखने और नारे लगवाने पर तो कोई रोक नहीं है.
इंटर पास ही ग्राम कचहरी सचिव पद पर चुने जाएंगे
बिहार की ग्राम कचहरियों में इंटरमीडिएट उत्तीर्ण ही ग्राम कचहरी सचिव के पद पर चुने जा सकेंगे. बिहार ग्राम कचहरी सचिव (नियोजन, सेवाशर्त एवं कर्तव्य) नियमावली 2014 में ही इसका प्रावधान किया गया है.
न्यायालय की मुहर लगने के बाद पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह ने प्रेस बयान जारी कर आगे भी ग्राम कचहरी सचिव के पद पर संविदा नियोजन में शैक्षणिक योग्यता इंटरमीडिएट उत्तीर्ण या राज्य सरकार द्वारा घोषित समकक्ष अर्हता के लागू रहने की जानकारी दी है. गौरतलब हो कि राकेश कुमार सहित 53 अन्य पूर्व के ग्राम कचहरी सचिवों ने याचिका दायर कर मांग की थी 2007 की नियमावली के मुताबिक उन्हें छूट दी जाए. पूर्व में उनकी नियुक्ति के समय न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता मैट्रिक (दसवीं) उत्तीर्ण थी. हाल ही माननीय उच्च न्यायालय ने उपरोक्त याचिका को खारिज कर दिया है.
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