बिहार

अब सिर्फ पुलिस ही नहीं, ईडी और इनकम टैक्स के अधिकारी भी करेंगे साइबर क्राइम केस की जांच, हाईकोर्ट के आदेस से होगा आपको यह फायदा

Renuka Sahu
14 Feb 2022 1:23 AM GMT
अब सिर्फ पुलिस ही नहीं, ईडी और इनकम टैक्स के अधिकारी भी करेंगे साइबर क्राइम केस की जांच, हाईकोर्ट के आदेस से होगा आपको यह फायदा
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फाइल फोटो 

साइबर क्राइम मामलों की जांच अब सिर्फ पुलिस नहीं, इनकम टैक्स और ईडी के पदाधिकारी भी करेंगे।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। साइबर क्राइम मामलों की जांच अब सिर्फ पुलिस नहीं, इनकम टैक्स और ईडी के पदाधिकारी भी करेंगे। इसे लेकर पुलिस मुख्यालय ने भागलपुर सहित सभी जिलों को पत्र लिखकर निर्देश दिया है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद एडीजी (मुख्यालय) जेएस गंगवार ने सभी जिलों को पत्र लिखा है। उन्होंने साइबर क्राइम से संबंधित कांड के दर्ज होने पर उसकी सूचना आर्थिक अपराध इकाई को भी देने को कहा है।

एडीजी ने अपने पत्र में हाईकोर्ट के उस आदेश का अंश भी भेजा है जिसमें साइबर क्राइम की चर्चा है। हाईकोर्ट ने डीजीपी, एडीजी (मुख्यालय) और सभी जिलों के एसएसपी/एसपी को आदेश दिया है कि उनके क्षेत्र के अंतर्गत साइबर क्राइम के मामले दर्ज होते हैं तो उसकी पूरी जानकारी प्रवर्तन निदेशालय और इनकम टैक्स के इनवेस्टिगेशन विभाग को दी जाये, ताकि उस मामले की उचित जांच कर कार्रवाई की जा सके। एडीजी ने जिलों को भेजे पत्र में इस तरह के दर्ज होने वाले मामले की जांच में निर्देश का पूरी तरह से अनुपालन को कहा है।
भागलपुर में प्रोफेसर, शिक्षा पदाधिकारी और डॉक्टर भी हुए शिकार
भागलपुर में साइबर ठगी के शिकार डॉक्टर, प्रोफेसर और शिक्षा पदाधिकारी भी हो चुके हैं। 19 जनवरी को शहर के जाने-माने चिकित्सक डॉक्टर सोमेन चैटर्जी के खाते से साइबर अपराधियों ने छह लाख रुपये उड़ा लिये थे। पिछले साल अप्रैल में एसएम कॉलेज के प्रोफेसर रमन सिन्हा के खाते से साइबर अपराधियों ने 40 हजार रुपये उड़ा लिये थे। 2018 में तत्कालीन जिला शिक्षा पदाधिकारी फूलबाबू चौधरी और उनकी दो बेटियों के खाते से साइबर अपराधियों ने लाखों रुपये उड़ा लिये थे।
तीनों जांच एजेंसी नजर रखेगी तो यह होगा फायदा
साइबर अपराध के मामलों में वर्तमान में हो रही कार्रवाई की बात की जाये तो ज्यादातर मामलों में पुलिस पीड़ित का पैसा वापस कराने की कोशिश में लगी रहती है। दूर बैठे साइबर अपराधियों तक पहुंचना पुलिस के लिए मुश्किल हो जाता है। ऐसे में जब दो केंद्रीय जांच एजेंसी भी ऐसे मामलों को देखेगी तो न सिर्फ साइबर अपराधियों तक पहुंचना आसान होगा, बल्कि उन साइबर अपराधियों की कुंडली का पता कर उनके आय के अन्य स्रोत, उनकी संपत्ति आदि का भी पता लगाया जा सकेगा। ऐसे में साइबर अपराधियों पर शिकंजा कसना आसान होगा।
भागलपुर रेंज के डीआईजी सुजीत कुमार ने कहा, 'पुलिस मुख्यालय के आदेश के आलोक में रेंज के तीनों जिलों के एसपी को निर्देशित किया गया है। निर्देश का अनुपालन कराया जायेगा।'
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