गोपालगंज न्यूज़: कुख्यात विशाल सिंह गिरोह के र्शाप शूटर लाल बच्चन सहनी को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया. वह उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के खामपार थाने के भवानी छापर उसरी टोला गांव का निवासी है. गोपालगंज पुलिस व एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में उसे दबोचा गया.
लाल बच्चन सहनी गोपालगंज जिले के टॉप टेन अपराधियों में शामिल है. हथुआ एसडीपीओ नरेश कुमार ने बताया कि लाल बच्चन सहनी के अपने साथियों के साथ भवानी छापर के समीप पहुंचने की सूचना मिली थी. इसके बाद गिरफ्तारी के लिए पुलिस व एसटीएफ की टीम ने संयुक्त रूप से छापेमारी की. इस दौरान लाल बच्चन सहनी पुलिस पर फायरिंग कर भागने की कोशिश करने लगा. लेकिन, पुलिस की टीम ने दिलेरी दिखाते अपना बचाव कर उसे पिस्तौल के साथ पकड़ लिया. इस दौरान अन्य बदमाश तो फरार हो गए.
फायरिंग में कोई पुलिसकर्मी जख्मी नहीं हुआ. हालांकि जवाबी कार्रवाई के दौरान पुलिस की फायरिंग की भी चर्चा है. लेकिन,एसपी ने इसकी पुष्टि नहीं की है. एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि उसके गिरोह में शामिल फरार अन्य बदमाशों को दबोचने के लिए पुलिस व एसटीएफ की टीम यूपी के विभिन्न इलाकों में छापेमारी कर रही है. लाल बच्चन पर जिले के थानों में दो हत्या व छह लूटपाट के मामले दर्ज हैं. यूपी के विभिन्न थानों में भी उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं.
हथुआ में की थी ज्ञानदेव पूरी की हत्या हथुआ थाने के सोहागपुर गांव में 9 जुलाई 2019 को सीवान जिले के मुफस्सलि थाने के सियाड़ी गांव के निवासी ज्ञानदेव पूरी लाल बच्चन सहनी ने हत्या कर दी थी. ज्ञानदेव पूरी एक श्रद्ध कर्म से वापस अपने घर लौट रहे थे. इस दौरान घटना को अंजाम दिया था. हत्या के बाद से वह फरार चल रहा था. पुलिस की टीम लगातर उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही थी. मामले में वारंट जारी होने के बाद भी उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी. पुलिस ने इसके बाद 22 फरवरी 2023 को उसके घर इश्तेहार भी चिपकाया था. इस दौरान वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया.
13 जून 2019 को की थी रामाश्रय की हत्या भोरे थाना क्षेत्र के बड़े व्यवसायी रहे रामाश्रय सिंह की खजुरहां स्थित उनके ही निर्माणाधीन पेट्रोल पंप पर 13 जून 2019 को गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी. मामले की लेकर उनके बड़े भाई हरिनारायण सिंह ने पूर्व प्रमुख कलावती देवी के भाई ब्रजकिशोर सिंह उर्फ बुच्ची सिंह और दो भतीजों राजू सिंह और विवेक सिंह, पूर्व उप प्रमुख अरुण कुमार मिश्र उर्फ पप्पू मिश्र व उनके भतीजे संजय कुमार मिश्र उर्फ बबलू मिश्र, अधिवक्ता राघवेन्द्र सिन्हा, सेवानिवृत्त शिक्षक प्रभुनाथ सिंह, पूर्व बीडीसी विनय कुमार मिश्र व बसदेवा गांव के अवधेश गोंड़ के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी. जांच के दौरान कुख्यात बदमाश लाल बच्चन सहनी का नाम सामने आया था. इसके बाद पुलिस उसकी तलाश में थी.