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बिहार | स्वतंत्रता सेनानी दोरिक राय व हनुमान राय का गांव मधुरपट्टी आजादी के 75 वर्ष बीत जाने के बाद भी उपक्षित है. यहां लोग एक अदद पुल के लिए तरस रहे हैं. यह गांव बलौर निधि पंचायत के चार नंबर वार्ड में पड़ता है.
जिला व प्रखंड मुख्यालय जाने को लोग हादसे वाले घाट (मधुरपट्टी-बलौर खराज घाट) से ही नाव से नदी पार कर जाते हैं. करीब साढ़े सात सौ वोटर वाले इस गांव के लोग इस घाट पर पुल बनाने की मांग वर्षों से कर रहे हैं. हर चुनाव में गांव में वोट मांगने वाले नेता पुल बनाने का आश्वासन देते रहे हैं, लेकिन चुनाव जीत कर जाने के बाद वादा भूल जाते हैं. लोग सवाल उठा रहे हैं कि एक ओर जहां केंद्र सरकार शहीदों व स्वतंत्रता सेनानी के सम्मान में अमृत कलश यात्रा निकाल रही है, वहीं दो-दो स्वतंत्रता सेनानी के इस गांव को एक छोटा पुल भी नसीब नहीं है. इस कारण लोगों को आवाजाही में अब भी गांव का सहारा लेने पड़ता है. पुल नहीं होने के कारण ही इतना बड़ा हादसा हो गया.
सीएम के कार्य को जन-जन तक पहुंचाएं उमेश
शिवहर जाने के क्रम में कांटी पुराना चौक पर जदयू नेताओं व कार्यकर्ताओं ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश प्रसाद कुशवाहा का स्वागत किया. इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे सीएम नीतीश कुमार के विकास कार्यों को जन जन तक पहुंचाएं. मौके पर महेश प्रसाद साह, मो. जमाल, महेश चौधरी, इरफान अहमद, सौरभ कुमार साहेब, अनवारूल थे.
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Harrison
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