बक्सर: शिक्षा विभाग की ओर से बुलाए गए उन्मुखीकरण कार्यक्रम में किसी विश्वविद्यालय के कुलपति या रजिस्ट्रार नहीं आए. चाणक्या लॉ विवि में होने वाले कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए विश्वविद्यालयों के छह अधिकारी ही पहुंचे. दरअसल, राजभवन ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने पर रोक लगा दी थी. ऐसे में कोई कुलपति या रजिस्ट्रार इसमें शामिल नहीं हुए.
उधर, अपरिहार्य कारण से इस दो दिवसीय कार्यक्रम को ही रद्द कर दिया गया. माना जा रहा है कि किसी कुलपति या रजिस्ट्रार के नहीं आने और महज छह लोगों के आने के बाद ही कार्यक्रम रद्द किया गया. सूत्रों के अनुसार कुलपतियों व रजिस्ट्रार के नहीं आने को गंभीरता से लिया गया है. अब विभाग आगे की कार्रवाई को लेकर विमर्श कर रहा है.
राजभवन की आपत्ति क्यों
राजभवन के अनुसार बिहार राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम 1976 में कुलाधिपति को यह अधिकार दिया गया है कि वह कुलपति को मार्गदर्शन जारी करेगा. कुलाधिपति को विश्वविद्यालयों के हित में शैक्षणिक और प्रशासनिक आदेश जारी करने का अधिकार है.