बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के ‘विधानसभा मार्च’ में हिस्सा लेने के दौरान एक भाजपा नेता की मौत को लेकर पटना पुलिस ने बृहस्पतिवार को स्पष्ट किया कि नेता के मूर्छित होने के समय घटनास्थल पर ना तो कोई पुलिस कर्मी मौजूद था और ना ही उक्त स्थान पर कोई भगदड़ मची थी। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने आरोप लगाया है कि जहानाबाद के पार्टी महासचिव विजय सिंह की ‘‘बर्बर’’ पुलिस लाठीचार्ज में मौत हो गई। पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राजीव मिश्रा ने बृहस्पतिवार देर शाम संवाददाताओं से कहा कि अभी तक की जांच में पता चला है कि विजय सिंह डाक बंगला चौराहा नहीं पहुंचे थे और इसी बीच वहां भगदड़ की खबर मिलने के बाद वह डाकबंगला की तरफ नहीं गए।
एसएसपी ने कहा कि इस संबंध में वैज्ञानिक साक्ष्य भी एकत्र किए गए हैं। उन्होंने कहा कि विजय सिंह अपराह्न एक बजकर 23 मिनट से अपराह्न एक बजकर 28 के बीच मूर्छित हुए और उस समय के सीसीटीवी फुटेज में वहां ना तो कोई पुलिसकर्मी दिख रहा है और ना ही वहां कोई भगदड़ मची थी बल्कि यातायात भी सामान्य था।