बिहार

सदर अस्पताल में आईसीयू की सेवा नहीं, गंभीर मरीजों को इलाज के लिए बाहर कर दिया जाता है रेफर

Admin Delhi 1
3 April 2023 7:30 AM GMT
सदर अस्पताल में आईसीयू की सेवा नहीं, गंभीर मरीजों को इलाज के लिए बाहर कर दिया जाता है रेफर
x

कटिहार न्यूज़: सदर अस्पताल में गंभीर मरीज के इलाज की सुविधा नहीं हैं. प्रतिदिन करीब आठ से 10 मरीज समुचित सुविधा नहीं उपलब्ध रहने की वजह से रेफर कर दिए जाते हैं. जिला अस्पताल रहने के बावजूद भी सदर अस्पताल में आईसीयू की सुविधा नहीं हैं. डॉक्टरों का कहना है कि आईसीयू में ही क्रिटिकल मरीजों को स्टेबल रखा जा सकता है.

इसके अलावा अन्य कई तरह की तकनीक का भी अभाव है. डॉक्टरों का कहना है कि क्रिटिकल मरीजों के लिए आईसीयू का रहना अत्यंत जरूरी है. आईसीयू के अभाव में मरीजों को रेफर कर दिया जाता है. कई मरीजों की इस वजह से जान जोखिम में भी पड़ जाती है. बीते करीब 10 वर्ष पहले सदर अस्पताल में आईसीयू की सेवा चालू तो हुई, पर महज चंद महीने में ही यह सेवा बंद हो गई. तमाम उपकरण भी धूल फांकने लगी. की शाम एक सड़क दुघर्टना में जख्मी अवस्था में एक मरीज रेफर हुआ था, मगर यहां पर सुविधा नहीं रहने की वजह से डॉक्टर ने उसे डीएमसीएच रेफर कर दिया. भी दो मरीज आइसीयू की अभाव में प्राथमिक उपचार के बाद रेफर किए गये. परिजन रामचरण दास ने बताया कि यहां पर सिर्फ प्राथमिक उपचार कर एंबुलेंस उपलब्ध करवाकर डीएमसीएच रेफर कर दिया. गोलीबारी की घटना में गंभीर रूप से जख्मी मरीजों को भी रेफर कर दिया जाता है. नाम नहीं बताने की शर्त पर एक डॉक्टर ने बताया कि अगर वैसे गंभीर मरीज को बिना आईसीयू के भर्ती किया गया तो उनकी जान जा सकती है. ऐसे में गोल्डेन आवर में ही अतिशीघ्र सुविधा वाली जगहों पर भेजा जाता है. इधर,अस्पताल अधीक्षक डॉ. राजीव रंजन ने बताया कि अस्पताल में पहले से बहुत अधिक सुविधाएं बढ़ी है. आने वाले दिनों में भी अस्पताल को हाइटेक बनाने की तैयारी चल रही है.

मास्क के साथ वैक्सीन लेना है जरूरी

जिले में कोरोना का संक्रमण भले ही नहीं हो रहा है, लेकिन इसकी संभावना को नजरअंदाज करना लोगों को महंगा पड़ सकता है. इसलिए लोग इसकी गंभीरता को देखते हुए मास्क लगाने के साथ-साथ अनिवार्य रूप से भीड़ भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें और अपने स्तर से सावधानी बरतें.

जिन लोगों ने निर्धारित अवधि पूरी होने के बावजूद भी वैक्सीन की दूसरी और प्रीकॉशनरी डोज नहीं ली है, वे जल्द से जल्द अपनी निर्धारित डोज लेने का प्रयास करें.

अस्पतालों में किया जाएगा मॉक ड्रिल

सिविल सर्जन डॉ ऋषि कांत पांडये ने बताया कि गुजरात, केरल, महाराष्ट्र सहित देश के कई राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने बिहार सरकार को अस्पतालों में पूरी तैयारी रखने और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने का निर्देश दिया है. साथ ही तैयारियों की जमीनी हकीकत को जानने के लिए 10-11 अप्रैल को अस्पतालों में मॉक ड्रिल करने का निर्देश दिया है

Next Story