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पटना, (आईएएनएस)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि राज्य में शिक्षकों की भर्ती हुई है और आगे भी बहाली होगी। उन्होंने कहा कि पढ़ाने वाले शिक्षकों का वेतन बढ़ेगा लेकिन जो नहीं पढ़ाते हैं उनकी नौकरी भी जाएगी।
भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद के जन्मदिवस पर शुक्रवार को आयोजित शिक्षा दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि मौलाना अबुल कलाम की समाज की एकता बनाए रखने में बड़ी भूमिका थी।
उन्होंने कहा कि शिक्षा के विकास के लिये कई कदम उठाये गये । शिक्षकों की बहाली की गयी, नये-नये संस्थानों की स्थापना की गयी। पोशाक योजना, साईकिल योजना की शुरूआत कर लड़कियों को पढ़ने के लिए प्रेरित किया गया। बड़ी संख्या में लड़कियां स्कूल जाने लगीं और आज लड़कों के बराबर लड़कियां मैट्रिक की परीक्षा में शामिल हो रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक सर्वे से जानकारी मिली कि पति-पत्नी में अगर पत्नी मैट्रिक पास है तो देश का प्रजनन दर 2 और बिहार का प्रजनन दर भी 2 है लेकिन पति-पत्नी में अगर पत्नी 12 वीं पास है तो देश का प्रजनन दर 1.7 और बिहार का 1.6 है।
वर्ष 2011-12 में बिहार का प्रजनन दर 4.3 था जो घटकर आज 2.9 पर आ गया है।
उन्होंने कहा कि हम तो एक पिछड़ा राज्य हैं लेकिन राज्य में विकास के कई काम किये जा रहे हैं। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि आपलोग स्कूल जायें और बच्चों को ठीक से पढ़ायें। जो शिक्षक स्कूल में नहीं पढ़ाते हैं उन पर कार्रवाई करें।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने अबुल कलाम के जीवन पर आधारित पुस्तकों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बेस्ट प्लस ऐप का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने डीबीटी के माध्यम से वर्ष 2022-23 के लिए छात्र-छात्राओं के प्रोत्साहन राशि का हस्तांतरण किया।
मुख्यमंत्री ने बिहार स्वच्छ विद्यालय 2022-23 पुरस्कार पोर्टल का शुभारंभ किया।
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