
गया : वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी (VIP Chief Mukesh Sahni) को अब लालू यादव की बात नहीं मानने का पछतावा हो रहा है. गया में वीआईपी गांव की ओर से कार्यक्रम को लेकर पहुंचे मुकेश सहनी ने खुद यह खुलासा किया. मुकेश सहनी ने बताया कि वे एनडीए सरकार में थे और अधिकार के लिए काम कर रहे थे. किंतु एनडीए के लोगों ने वीआईपी पार्टी को कमजोर करने का प्रयास शुरू किया और पार्टी को तोड़ा. हमें सरकार से बाहर किया.
''यह सरकार हमने बनाई थी, फिर भी ऐसा किया गया. शायद उस समय (चुनाव के समय) यदि हम लालू जी की बात मान लेते तो बिहार में नीतीश कुमार मुख्यमंत्री (CM Nitish Kumar) नहीं बनते. हमारे सहयोग से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने. हमने 4 सीटें जीती तो उन लोगों को पेट में दर्द होने लगा. बाद में हमारे विधायकों को ही खरीद लिया और बड़ी पार्टी बन गए. हालांकि बिहार में बड़ी पार्टी रहने की ज्यादा दिन उनकी खुशी नहीं रही और फिर से दूसरी नंबर की पार्टी बन गए.'' - मुकेश सहनी, वीआईपी प्रमुख
गठबंधन किससे करेंगे भविष्य में बताएंगे : मुकेश साहनी ने कहा कि बोचहा में हमने अपनी ताकत दिखाई. 18 परसेंट वोट पाया और 30 हजार वोट अकेले लाए. इससे पहले चुनाव में 12 हजार वोट से एनडीए यहां जीती थी. किंतु इस उप चुनाव में एनडीए 37 हजार वोटों से हारा. बिहार में हमारी ताकत है, जिन्होंने गलत किया है, उनसे बदला लिया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकारी एजेंसी का दुरुपयोग हो रहा है. वीआईपी 5 लाख आजीवन सदस्य बनाने को लेकर जागरूक कार्यक्रम चला रही है. मुकेश सहनी ने यह भी दावा किया कि आने वाले चुनाव में वे बिहार में 125 विधायक बनाएंगे. रही बात गठबंधन की तो वह भविष्य में बताएंगे.