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पटना (आईएएनएस)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार संग्रहालय के स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित बिहार संग्रहालय बिनाले- 2023 एवं 'टूगेदर वी आर्ट' का उद्घाटन किया और दूसरे देशों से आए लोगों का स्वागत किया। इस कार्यक्रम में दुनिया के अनेक देशों के म्यूजियम विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं। जी-20 के बीस देशों के अलावा अन्य 9 देशों से प्रतिनिधिगण यहां आए हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार संग्रहालय में प्रथम म्यूजियम बिनाले का आयोजन वर्ष 2021 में शुरू किया गया और यह तय किया गया कि प्रत्येक दो साल पर म्यूजियम बिनाले का आयोजन किया जाएगा। आज म्यूजियम बिनाले का दूसरी बार यहां आयोजन हो रहा है। अब दो साल बाद वर्ष 2025 में यहां म्यूजियम बिनाले का आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि देश में कहीं भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर का ऐसा म्यूजियम नहीं है। पटना म्यूजियम 100 साल पुराना है और वह एक पौराणिक स्थल है, जहां खुदाई का काम भी किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नई तकनीक के आने से लोग पुरानी बातों को बहुत जल्द भूलने लगे हैं। आजकल लोग नई तकनीक पर ही पूरी तरह से निर्भर हो गए हैं, जो ठीक नही है।
उन्होंने कहा कि लोगों को महत्वपूर्ण चीजों को कागज पर जरूर रखनी चाहिए, जिससे आने वाली पीढ़ी के लिए सुरक्षित रहे। उन्होंने कहा कि नई तकनीक पर अगर पूरी तरह से निर्भरता होगी तो एक दिन ऐसा आएगा कि सब कुछ खत्म हो जाएगा, इसमें 100 साल भी नहीं लगेगा। आने वाली पीढ़ी के लिए सब कुछ सुरक्षित रहना चाहिए। पुरानी चीजों को याद रखने के लिए हमने बिहार म्यूजियम का निर्माण कराया है।
उन्होंने कहा कि पटना म्यूजियम और बिहार म्यूजियम को आपस में अंडरग्राउंड आर्ट गैलरी के रूप में जोड़ने का काम जल्द शुरू होने वाला है।
कार्यक्रम में शामिल होने से पहले मुख्यमंत्री ने म्यूजियम शॉप में वुड क्राफ्ट, टिकुली पेंटिंग, मधुबनी पेंटिंग, बंबू क्राफ्ट, सिक्की क्राफ्ट, जूट क्राफ्ट, भागलपुरी सिल्क सहित अन्य विभिन्न कलाकृतियों से संबंधित लगाई गई प्रदर्शनी देखी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने अस्थायी प्रदर्शनी एवं टूगेदर वी आर्ट में विभिन्न देशों के कलाकारों द्वारा प्रदर्शित कलाकृतियों का भी अवलोकन किया।
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