बिहार
नीतीश सरकार का शिक्षक पात्रता परीक्षा को लेकर बड़ा फैसला, अब राज्य नहीं लेगी TET परीक्षा, CTET एग्जाम से ही बन पाएंगे टीचर
Renuka Sahu
15 Jun 2022 4:13 AM GMT
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फाइल फोटो
बिहार सरकार ने शिक्षकों की नियुक्ति के लिए आवश्यक शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी TET को लेकर बड़ा फैसला लिया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिहार सरकार ने शिक्षकों की नियुक्ति के लिए आवश्यक शिक्षक पात्रता परीक्षा ( Teacher Eligibility Test) यानी TET (टीईटी) को लेकर बड़ा फैसला लिया है. शिक्षा विभाग ने कहा है कि वह बिहार में फिलहाल शिक्षक पात्रता परीक्षा राज्य सरकार नहीं लेगी. शिक्षा विभाग ने बिहार बोर्ड को भेजे अपने पत्र में स्पष्ट किया है कि वर्तमान परिदृश्य में टीईटी परीक्षा की जरूरत नहीं है और
केंद्र सरकार की ओर से हर साल ली जाने वाली केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (Central Teacher Eligibility Test) यानी CTET (सीटेट) परीक्षा ही पास करनी होगी.
शिक्षा विभाग के नए आदेश के अनुसार, बिहार में शिक्षक पात्रता परीक्षा को खत्म कर दिया है और यहां अब केंद्र सरकार की तरफ से होने वाले सीटीइटी परीक्षा से ही शिक्षक बन पाएंगे. शिक्षा विभाग ने फिलहाल राज्य में होने वाली शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीइटी) आयोजित नहीं कराने का फैसला लिया है.
शिक्षा विभाग की ओर से स्पष्ट कर दिया गया है कि केंद्र सरकार की तरफ से नियमित रूप से सीटीइटी कराई जाती है ऐसे में शिक्षा विभाग को एसटीइटी कराने की आवश्यकता नहीं है.इस बाबत प्राथमिक शिक्षा निदेशक रवि प्रकाश ने पत्र प्रेषित कर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के सचिव को दी है कि अब राज्य सरकार एसटीईटी की परीक्षा नहीं लेगी.
परीक्षा समिति को लिखे पत्र में शिक्षा निदेशक ने कहा है कि बिहार पंचायत प्रारंभिक विद्यालय (नियुक्ति, प्रोन्नति, स्थानांतरण, अनुशासनिक कार्रवाई एवं सेवा शर्त) नियमावली-2020 में किए गए प्रविधानों के तहत शिक्षक नियुक्ति हेतु निर्धारित अर्हता में केंद्र सरकार या बिहार सरकार द्वारा आयोजित टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) में उत्तीर्णता प्राप्त होना शामिल है.
अपने पत्र में शिक्षा निदेशक ने स्पष्ट किया है कि चूंकि केंद्र सरकार द्वारा प्रति वर्ष सीटीईटी (केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा) आयोजित होती है. उक्त स्थिति में राज्य सरकार द्वारा टीईटी अलग से आयोजित करने की आवश्यकता महसूस नहीं हो रही है. भविष्य में शिक्षा विभाग द्वारा आवश्यकता आधारित टीईटी आयोजित किए जाने पर विचार कर निर्णय लिया जा सकेगा.
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