बिहार

नीतीश सरकार ने बड़े आईएएस अफसरों का किया ट्रांसफर

Rani Sahu
7 Jun 2023 6:17 PM GMT
नीतीश सरकार ने बड़े आईएएस अफसरों का किया ट्रांसफर
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बिहार: बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने बुधवार को बड़े पैमाने पर भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अफसरों को ट्रांसफर कर दिया है। इसमें कई बड़े और चौंकाने वाले नाम हैं। गालीबाजी के लिए चर्चित रहे अफसर केके पाठक का भी इस सूची में नाम है।
चैतन्य प्रसाद और केके पाठक की जिम्मेदारी देखें
1990 बैच के आईएएस अफसर और गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद को जल संसाधन विभाग पटना का अपर मुख्य सचिव बनाया गया है। चैतन्य प्रसाद लघु जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव के अतिरिक्त प्रभार में रहेंगे। उन्हें निगरानी विभाग के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त कर दिया गया है। 1990 बैच के ही IAS और फिलहाल मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव की जिम्मेदारी देख रहे केके पाठक को शिक्षा विभाग का अपर मुख्य सचिव बनाया गया है। पाठक बिहार लोक प्रशासन एवं ग्रामीण विकास संस्थान के महानिदेशक के अतिरिक्त प्रभार में भी थे। यह प्रभार उनके पास बना रहेगा।
प्रत्यय अमृत और डॉ. एस. सिद्धार्थ की भूमिका बदली
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव और 1991 बैच के आईएएस अधिकारी प्रत्यय अमृत को आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव का प्रभार भी दिया गया है। 1991 बैच के आईएएस अधिकारी डॉ एस सिद्धार्थ से वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव की जिम्मेदारी वापस ले ली गई है और उन्हें गृह विभाग में यही जिम्मेदारी दी गई है। डॉ. सिद्धार्थ के पास मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव (मुख्यमंत्री सचिवालय) और मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के अपर मुख्य सचिव की जिम्मेदारी पहले की तरह बनी रहेगी।
दीपक कुमार सिंह और हरजोत कौर के बारे में जानें
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव और 1992 बैच के आईएएस अधिकारी दीपक कुमार सिंह को सहकारिता विभाग में अपर मुख्य सचिव बनाया गया है। 1992 बैच की आईएएस अधिकारी हरजोत कौर बम्हरा, जो अब तक अपर मुख्य सचिव -सह-खान आयुक्त के रूप में खनन एवं भूतत्व विभाग में काम करते हुए बिहार राज्य खनिज विकास निगम लिमिटेड की प्रबंध निदेशक, बिहार राज्य खनन निगम लिमिटेड की प्रबंध निदेशक की भी जिम्मेदारी देख रही थी, उन्हें अब कला संस्कृति एवं युवा विभाग के अपर मुख्य सचिव की जिम्मेदारी दी गई है। खान विभाग से जुड़े उनके पद अब नहीं रहेंगे। बिहार राज्य महिला एवं बाल विकास निगम पटना के अतिरिक्त प्रभार से भी वह मुक्त हो जाएंगी। बिहार राज्य फिल्म विकास एवं वित्त निगम पटना के प्रबंध निदेशक के अतिरिक्त प्रभार में हरजोत कौर बनी रहेंगी।
परमार और चौधरी के विभागों की जानकारी यहां देखें
1992 बैच के आईएएस अधिकारी परमार रवि मनु भाई जो अब तक लघु जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव थे, उन्हें अब हरजोत कौर से खाली हुए खान विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। परमार रवि मनु भाई खान एवं भूतत्व विभाग के अपर मुख्य सचिव-सह-खान आयुक्त के अलावा बिहार राज्य खनिज विकास निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और बिहार राज्य खनन निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक के अतिरिक्त प्रभार में भी रहेंगे। 1995 बैच के आईएएस अधिकारी अरविंद कुमार चौधरी श्रम संसाधन विभाग के प्रधान सचिव के अलावा पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रधान सचिव की भूमिका देख रहे थे, अब वित्त विभाग के प्रधान सचिव के रूप में ट्रांसफर किए गए हैं। अरविंद चौधरी के पास प्रधान सचिव निगरानी विभाग, परीक्षा नियंत्रक बिहार राज्य संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद और जांच आयुक्त सामान्य प्रशासन विभाग की जिम्मेदारी बनी रहेगी।
विजयलक्ष्मी को मिली पोस्टिंग, बी. राजेंदर का काम बढ़ा
1995 बैच के आईएएस अधिकारी विजयलक्ष्मी एन केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस आकर पदस्थापन की प्रतीक्षा में थीं। उन्हें पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग का प्रधान सचिव बनाया गया है। 1995 बैच के आईएएस अधिकारी डॉ. बी राजेंदर को श्रम संसाधन विभाग के प्रधान सचिव की अतिरिक्त भूमिका दी गई है। वह पहले से सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव के अलावा जनशिकायत सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव और बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसाइटी के मिशन निदेशक के रूप में कार्यरत हैं।
सरवन कुमार की भी भूमिका बदली गई
2000 बैच के आईएएस अधिकारी एन सरवन कुमार को ग्रामीण विकास विभाग के सचिव की जिम्मेदारी दी गई है। इसके साथ ही वह बिहार तकनीकी सेवा आयोग के अध्यक्ष और सामान्य प्रशासन विभाग के जांच आयुक्त की भूमिका में भी रहेंगे। 2002 बैच के आईएएस अधिकारी संजय कुमार अग्रवाल अभी जल संसाधन विभाग के सचिव के अलावा आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव की भूमिका भी देख रहे थे। उन्हें कृषि विभाग का सचिव बनाया गया है। परिवहन विभाग के सचिव और सामान्य प्रशासन विभाग के जांच आयुक्त की उनकी अतिरिक्त भूमिका कायम रहेगी। आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव की भूमिका से उन्हें मुक्त कर दिया गया है।
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