पटना: बिहार में महागठबंधन की सरकार बन चुकी है. नई सरकार के हर फैसले को राजनीतिक चश्मे से देखा जा रहा है. इसी बीच एक नए विवाद के कारण बीजेपी के निशाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) फिर से आ गए है. रविवार को पूर्व मंत्री नितिन नवीन (Former Minister Nitin Nabin) ने बीजेपी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर कहा कि नई सरकार आने के बाद आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi ka Amrit Mahotsav) कार्यक्रम के तहत हर घर तिरंगा अभियान में व्यवधान डाला जा रहा है. राज्य के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में पहले से तय सांस्कृतिक कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है.
'पूर्व के आदेश में किया गया बदलाव': पूर्व मंत्री ने कहा कि हमें बहुत पीड़ा हुई है कि आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर हर घर तिरंगा (Har Ghar Tiranga) अभियान में व्यवधान डाला जा रहा है. जब बीजेपी सरकार में थी तो 6 अगस्त को एक बैठक हुआ था. जिसमें सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को एक पत्र जारी कर सरकारी और निजी स्कूल में तिरंगा अभियान को मजबूती के साथ चलाए जाने का निर्देश दिया था. लेकिन नई सरकार 12 अगस्त को एक और पत्र जारी कर कोविड के बढ़ते प्रकोप का हवाला देकर कार्यक्रम में बदलाव करने का आदेश दिया है. जिसके मुताबिक निजी या सरकारी विद्यालय में सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं किए जाएंगे, जोकि गलत है.'सरकार बदले ही बदल गया बिहार': उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार बदलते ही केंद्र सरकार का हर तिरंगा अभियान को लेकर बिहार में दूसरे तरह का नजरिया देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि हम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अपील भी करते हैं कि जिन-जिन स्कूलों में तैयारियां की गई थी बच्चे काफी उत्साहित हैं. हर घर तिरंगा के आयोजन पर रोक लगाने के लिए जिस तरह से कोविड का बहना बनाया गया है, यह ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं किया जाए. देश के आजादी का 75वां साल हो गए है. पूरे देश में आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. किन परिस्थितियों में बिहार सरकार ने इस तरह का पत्र निकाला है.उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर सरकार को इसका जवाब देना चाहिए. बता दें कि पीएम नरेन्द्र मोदी के आव्हान पर इस बार स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आजादी का अमृत महोत्सव चलाया जा रहा है. इसके तहत देश भर में हर घर तिरंगा अभियान चल रहा है. बिहार में भी एनडीए सरकार के दौरान इसको लेकर जोरदार तैयारी हुई थी. कई जिलों में हर घर तिरंगा अभियान के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. लेकिन इसी बीच बिहार में नीतीश कुमार ने एनडीए को छोड़कर महागठबंधन में शामिल हो गए."बहुत पीड़ा हुई है कि जिस प्रकार से आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम को भी इस सरकार बदलने के बदलने से इस राज्य में भी जो वातावरण बन रहा था, उस वातावरण को रोकने का काम किया जा रहा है. आजादी के अमृत महोत्सव पर देश भर में उत्सव का वातावरण था. चाहे स्कूल हो, कॉलेज हो या हर घर में इस अभियान को मनाया जा रहा था. हमने पहले इस अभियान को लेकर तारकिशोर प्रसाद जी के उपस्थिति में बैठक किया था और सभी जिल के सरकारी या निजी स्कूलों में आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम मजबूती से मनाने का फैसला किया था लेकिन इस फैसले को कोविड का प्रकोप बताकर कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है" - नितिन नवीन, पूर्व मंत्री, बिहार