बिहार

ईको पर्यटन के रूप में जिले के नौ वन क्षेत्र होंगे विकसित

Admin Delhi 1
17 Feb 2023 12:44 PM GMT
ईको पर्यटन के रूप में जिले के नौ वन क्षेत्र होंगे विकसित
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रोहतास न्यूज़: जिले में भी ईको पर्यटन की सुविधा मिलेगी. आठ वन क्षेत्रों को ईको पर्यटन के रूप में विकसित किया जाएगा.

वन विभाग द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर राज्य सरकार ने संज्ञान लेते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है. ईको पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य स्तर पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है. जिसमें रोहतास को भी शामिल किया गया है. जिले की कैमूर पहाड़ी के नौ स्थानों को ईको पर्यटन के लिए भेजा गया है. जिस पर काम शुरू किया गया है. विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कैमूर पहाड़ी पर स्थित चेनारी प्रखंड के गुप्ताधाम, दुर्गावती जलाशय परियोजना, शेरगढ़ किला, सासाराम प्रखंड के मांझरकुंड, गीताघाट फॉल, महादेव खोह के अलावा तुतला भवानी धाम, रोहतासगढ़ किला एवं कसिश फॉल का प्रस्ताव भेजा गया है. विभाग के डिमांड पर जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी ने उक्त स्थलों को ईको पर्यटन के रूप में विकसित करने के लिए प्रस्ताव भेजी है. इसमें कुछ ऐसे वन क्षेत्र हैं, जहां आज भी पर्यटकों की भीड़ लगती है. गुप्ताधाम में प्रत्येक वर्ष त्योहार के मौके पर तो श्रद्धालुओं की भीड़ लगती ही है, ऐसे भी लोग दर्शन के साथ-साथ घुमने के लिए जाते हैं. वन विभाग वहां जाने के लिए भी वाहन उपलब्ध करा रही है. इसी तरह दुर्गावती परियाजना पर प्रत्येक दिन हजारों लोग दीदार करने के लिए आते हैं. इसके अलावा कैमूर पहाड़ी पर स्थित मांझकुंड का जलप्रपात देखने योग्य है. वह भी लोगों के लिए आकर्षण का केन्द्र बनता जा रहा है. बारिश होने के बाद उक्त स्थल पर प्रत्येक दिन सैकड़ों लोग घुमने के लिए जाते हैं. महादेव खोह में लोगों का आना-जाना रहता है. रोहतासगढ़ किला पर भी दूसरे राज्य के पर्यटक दीदार करने पहुंचते हैं.

कसिश फॉल पर भी बड़ी संख्या में लोग पिकनिक मनाने के लिए पहुंचते हैं. जबकि तुतला भवानी मां का दर्शन करने के लिए हर वक्त वहां श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है. हालांकि वन विभाग द्वारा उक्त स्थलों को विकसित किया गया है. यदि ईको टूरिज्म के रूप में विकसित किया जाता है, तो उक्त स्थानों पर देशी-विदेशी पर्यटकों की चहलकदमी बढ़ेगी. दूसरे राज्यों की तरह यहां भी पर्यटक पहुंचेंगे.

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