
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किशनगंज। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) बच्चों को सुविधाजनक तरीके से समुचित स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए एक नई पहल है. इसी क्रम में जिले में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत जन्मजात हृदय रोग से किशनगंज शहरी क्षेत्र के माछमारा वार्ड संख्या-33 के 14 वर्षीय निखत खातून के सफल इलाज के लिए अहमदाबाद (Ahmedabad) ट्रेन से भेजा गया.
रविवार (Sunday) को सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया की जिले में हृदय में छेद के साथ जन्में कई बच्चों की मुफ्त सफल सर्जरी हो चुकी है.उन्होंने बताया की जिले में आरबीएसके में शामिल मुख्यमंत्री (Chief Minister) बाल हृदय योजना के तहत जिले में हृदय रोग से पीड़ित बच्चों का समुचित इलाज हो रहा और पीड़ित बच्चे स्वस्थ्य भी हो रहें हैं, जो आरबीएसके टीम की सकारात्मक पहल का परिणाम है. इसके लिए जिले में पीएचसी से लेकर जिला स्तर के अस्पतालों में तैनात आरबीएसके टीम क्षेत्र भ्रमण कर ऐसे बच्चों को ना सिर्फ चिह्नित कर रहे हैं. बल्कि, उसका निःशुल्क समुचित इलाज भी सुनिश्चित करवा रहे हैं. ताकि पीड़ित बच्चे को सुविधाजनक तरीके से सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध सुविधाओं का लाभ मिल सके और लोगों में सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध सुविधाओं के प्रति विश्वास बढ़े तथा उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी मिल सके.
सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 18 वर्ष तक के बच्चों को किसी प्रकार की गंभीर समस्या होने पर आईजीआ , एम्स, पीएमसीएच भेजा जाता है.टीम में शामिल एएनएम, बच्चों का वजन, उनकी लंबाई व सिर एवं पैर आदि की माप व नाप तौल आदि करती हैं. फार्मासिस्ट रजिस्टर में स्क्रीनिंग किये गये बच्चों का ब्योरा तैयार करते हैं. राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत सभी बच्चों को चार मुख्य समस्याओं पर केंद्रित किया जाता है. इनमें डिफेक्ट एट बर्थ, डिफिशिएंसी डिजीज, डेवलपमेंट डीले तथा डिसेबिएलिटी आदि शामिल हैं.
उन्होंने बताया, जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में हमारी टीम तैनात है. जिसमें दो चिकित्सक, एक एएनएम और फर्मासिस्ट शामिल हैं. वहीं, उन्होंने कहा, मैं तमाम जिलेवासियों से अपील करता हूँ कि जिनका भी बच्चा हृदय रोग से पीड़ित हैं, वह अपने स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र आकर हमारी टीम को सूचना दें. उनके बच्चे का पूरी तरह निःशुल्क समुचित इलाज करवाया जाएगा.
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न्यूज़ क्रेडिट: udaipurkiran
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