बेगूसराय: नीमाचांदपुरा थाना क्षेत्र के नीमा गांव में चाचा व भतीजे के पक्षों की बीच जमकर हुई मारपीट में जख्मी भतीजे की इलाज के दौरान रात मौत हो गयी. मृतक 30 वर्षीय महेश महतो था. वह राम महतो का पुत्र था. मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. की सुबह पुलिस ने शव पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया. इस घना को देख नीमा गांव में दो पक्षों में तनाव बढ गया है.मृतक के परिजनों ने बताया कि भूमि विवाद के कारण चाचा व भतीजे की बीच मारपीट हुई थी. इसमें दोनों पक्षों से कई लोग जख्मी हुए थे. इनमें से महेश महतो की हालत गंभीर होने पर इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया था. उसके बाद उसे बेहतर इलाज के लिए रेफर किया गया था. शहर के एक निजी क्लीनिक में तब से वह भर्ती था. मृतक के भाई का आरोप है कि सुबल व उनके परिवार के लोगों ने उनके भाई समेत अन्य पर प्राणघातक हमला किया था. परिजनों का आरोप था कि जिस क्लीनिक में मौत हुई वहां के प्रबंधक इलाज में खर्च की राशि मांग रहे थे. हंगामा के बाद आखिरकार शव को दिया गया.
शराब मामले में मृतक दिन पहले ही छूटा था जेल से: परिजनों के अनुसार महेश महतो के खिलाफ शराब मामले का केस चल रहा था. मार्च को जेल से निकला था. परिजनों का आरोप है कि सुबल महतो भी शराब के धंधे में रहता है. दबी जुबान से लोग कह रहे थे कि एक दुसरे को शक था कि तुम्हारे ही कारण शराब के मामले में जेल गये. शराब से जुड़े मामले को लेकर मारपीट हुई थी. मृतक पांच भाईयों में दूसरे नंबर पर था. वह अपने पीछे पत्नी ज्योति देवी व दो लड़कियों को छोड़ गयी.