बिहार

बिहार में एनडीए का मतलब नीतीश कुमार और नीतीश कुमार का मतलब एनडीए: उपेंद्र कुशवाहा

Ritisha Jaiswal
3 July 2022 8:41 AM GMT
बिहार में एनडीए का मतलब नीतीश कुमार और नीतीश कुमार का मतलब एनडीए: उपेंद्र कुशवाहा
x
जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बिहार में एनडीए का मतलब नीतीश कुमार और नीतीश कुमार का मतलब एनडीए।

जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बिहार में एनडीए का मतलब नीतीश कुमार और नीतीश कुमार का मतलब एनडीए। उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए उस समय तक है, जब तक नीतीश एनडीए का चेहरा हैं। उपेंद्र कुशवाहा के इस बयान के बाद एक बार फिर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो सकती है। विपक्षी राजद के साथ फिर से गठबंधन की अटकलों को खारिज करते हुए कुशवाहा ने स्वीकार किया कि दोनों दलों की विचारधारा समान थी, लेकिन लालू प्रसाद की पार्टी के सिद्धांतों को व्यवहार में लाने में विफलता ने जदयू को भाजपा के साथ गठबंधन करने के लिए प्रेरित किया।

बिहार में नीतीश कुमार एनडीए- कुशवाहा
कुशवाहा ने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के हालिया बयान पर सवालों का जवाब देते हुए कहा कि बिहार में नीतीश कुमार एनडीए और एनडीए नीतीश कुमार हैं। वह राज्य में गठबंधन के अस्तित्व में आने के बाद से उसका नेतृत्व कर रहे हैं। जब तक यहां एनडीए है, वह ऐसा करते रहेंगे। कुशवाहा ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि बीजेपी नेता क्या कहते हैं। 2024 हो या 2025, नीतीश कुमार ही एनडीए के नेता के रूप में होंगे। किसी को कोई गलतफहमी नहीं होना चाहिए। केंद्रीय मंत्री ने अपनी पटना यात्रा के दौरान जदयू के साथ मतभेदों को दूर करने की मांग करते हुए कहा था कि नीतीश कुमार अपना वर्तमान कार्यकाल पूरा करेंगे।
बिहार में भी महाराष्ट्र जैसे उथल-पुथल की संभावना
अपने बयान की बजह से लगातार चर्चाओं में रहने वाले कुशवाहा से महाराष्ट्र की सियासी खींचतान के बारे में कहा कि जैसे भाजपा, शिवसेना के एक विद्रोही गुट को समर्थन देकर सत्ता में वापस आ गई है वैसे ही बिहार में भी इसी तरह की उथल-पुथल की संभावना है, जहां राजद, जदयू को लेकर नरम रुख के साथ मिला जुला संकेत दे रहा है। कुशवाह ने कहा कि बिहार में बीजेपी का कोई वैचारिक साथी नहीं है। इसके बाद भी हम सहयोगी रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जदयू और राजद के बीच पुन: गठबंधन की संभावना पर जो अटकलें 2017 में लगाई जा रही थीं वो अक्सर इस तथ्य से उत्पन्न होती हैं कि जहां तक सिद्धांतों का संबंध है, हम वैचारिक रूप से समान हैं। लेकिन जदयू उन सिद्धांतों को अमल में लाता है जिनमें वह विश्वास करता है। राजद नेक सिद्धांतों में विश्वास रखता है। लेकिन जब प्रेक्टिस की बात आती है, तो हमें ज्यादा कुछ कहने की जरूरत नहीं है। बिहार की जनता सब जानती है।


Next Story