गया : निगरानी विभाग की टीम को बड़ी सफलता मिली है. निगरानी विभाग की विशेष टीम के द्वारा आज गया जिलान्तर्गत इमामगंज अंचल के नाजीर अजित कुमार को गिरफ्तार (Vigilance Arrested Nazir) किया गया है. अजित कुमार को 19500 रुपया घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है. दरअसल इनके खिलाफ निगरानी थाना ने मामला दर्ज कर आज छापेमारी कर इन्हें गिरफ्तार किया है.
20 हजार रुपया मांगा गया था घूस : बता दें कि इमामगंज के नाजिर अजीत कुमार के खिलाफ शिकायत मिली थी. शिकायतकर्ता ने कहा था कि काम के एवज में उससे ₹20000 घूस मांगा जा रहा है. जिसके बाद उसके दिए गए आवेदन के बाद सत्यापन कराया गया. सत्यापन में सही पाए जाने के बाद आज अंततः निगरानी विभाग की टीम ने ट्रैप के माध्यम से रंगे हाथ नाजिर अजीत कुमार को गिरफ्तार कर लिया.
निगरानी विभाग लगातार कर रहा कार्रवाई : दरअसल, बिहार सरकार के जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत निगरानी विभाग आर्थिक अपराध इकाई और विशेष निगरानी विभाग के द्वारा लगातार भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है. इसी कड़ी में आज नाजिर अजीत कुमार को ₹19500 घूस लेते गिरफ्तार किया गया है.
बिहार में 4517 लिस्टेड करप्ट सरकारी कर्मचारी : बता दें कि निगरानी विभाग ने वर्ष 2006 से दिसंबर 2021 तक के सूबे में भ्रष्ट पदाधिकारियों की सूची जारी की थी. इनकी संख्या 4517 है. निगरानी विभाग ने पद का दुरुपयोग करने वाले, भ्रष्ट या जिन पर विभागीय कार्रवाई चल रही हो, ऐसे कर्मियों के नाम जारी किये थे. पढ़े पूरी खबर
पटना में स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में पटना सिटी के सुल्तानगंज थाना क्षेत्र बड़ी कार्रवाई करते हुए ड्रग इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार (Drug Inspector Jitendra Kumar) के यहां दबिश दी. छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में कैश और अन्य दस्तावेज बरामद हुई.
औरंगाबाद के कार्यपालक अभियंता घूस लेते गिरफ्तार किए (Aurangabad Executive Engineer Arrested for Taking Bribe) गए हैं. विजिलेंस की टीम ने कार्यपालक अभियंता के आवास पर छापेमारी की. जिसमें से भारी मात्रा में नकद, ज्वेलरी बरामद हुआ है. राजेश कुमार सुमन ग्रामीण कार्य प्रमंडल औरंगाबाद को भी 10,000 रुपये घूस लेते गिरफ्तार किया गया है.
आय से अधिक संपत्ति के मामले में सहरसा जेल सुपरिटेंडेंट सुरेश चौधरी के ठिकानों पर छापेमारी (Raids At Saharsa Jail Superintendent Residence) की गयी. विजिलेंस की छापेमारी अभी जारी है. जेल अधीक्षक पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगा है. अभी तक मिली सूचना के मुताबिक जेल सुपरिटेंडेंट के दर्जनों प्लॉट में निवेश के कागजात मिले हैं. यही नहीं, उसके आवास से लगभग 10 लाख रुपए कैश भी बरामद हुए है.
सारण में पुलिस वाला गिरफ्तार हुआ है. पुलिस अवर निरीक्षक प्रभाकर भारती को निगरानी विभाग की टीम रंगे हाथ गिरफ्तार (Prabhakar Bharti Arrested) किया है. पटना लाकर उससे पूछताछ की जाएगी.
निगरानी विभाग ने बिजली विभाग के सहायक को रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा (Electricity Department Assistant Arrested In Patna) है. वह एक उपभोक्ता से काम कराने के बदले रुपये की मांग कर रहा था. ऐसे में उपभोक्ता ने मामले की शिकायत निगरानी विभाग से कर दी. फिलहाल मामले की जांच चल रही है.
पूर्णिया में निगरानी विभाग (SI Arrested in Purnea) की टीम ने थानाध्यक्ष को पकड़ा है. थाना में पक्ष को मदद करने के लिए र35000 की मांग की गई थी. उसी रकम को लेकर युवक थानेदार के पास आया था. तभी निगरानी विभाग की टीम ने थानाध्यक्ष को गिरफ्तार किया.
निगरानी विभाग ने मोहनिया से खनन विभाग के बड़ा बाबू को गिरफ्तार किया (Vigilance Department Arrests Bada Babu of Mining Department) है. निगरानी विभाग पटना की टीम ने बड़ा बाबू और उनके एक स्टाफ को बालू लदे ट्रक को छोड़ने के एवज में एक लाख रुपए घूस लेते गिरफ्तार किया है.
बिहार में निगरानी विभाग की टीम के द्वारा घूसखोर पदाधिकारियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है. इसी क्रम में समस्तीपुर में दो आपूर्ति पदाधिकारियों को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार (Two supply officers arrested in Samastipur for taking bribe) किया है. निगरानी विभाग की टीम ने 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है.
कटिहार रजिस्ट्रार जय कुमार (Katihar Registrar Jai Kumar) की करोड़ों की अवैध संपत्ति का खुलासा हुआ है. छापेमारी के दौरान पता चला कि जिला अवर निबंधक जय कुमार श्रोत आए से काफी ज्यादा धन अर्जित किया है. छापेमारी के दौरान कटिहार स्थित सरकारी आवास और कार्यालय से नगद 9 लाख 80 हजार और पटना स्थित आवास से 10 लाख यानी कुल 10 लाख 80 हजार रुपए बरामद किया गया है. इसके अलावा सोना और चांदी के जेवरात मिले हैं. जिसकी कुल कीमत 28 लाख 80 हजार 281 आंकी गई है. वहीं, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया पटना में दो लॉकर का भी पता चला है. इसके अलावा बजाज आलियांज पॉलिसी के तहत 13 लाख 8 हजार 513 रुपए का वार्षिक निवेश किया किया है.