बिहार

रेलवे ट्रैक उड़ाकर नक्सलियों ने किया भारत बंद की घोषणा

Shantanu Roy
20 Nov 2021 5:28 AM GMT
रेलवे ट्रैक उड़ाकर नक्सलियों ने किया भारत बंद की घोषणा
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नक्सलियों ने लातेहार (Latehar) में रेलवे ट्रैक उड़ा दिया है. भारत बंद (Bharat band) को सफल बनाने के लिए भाकपा माओवादियों (CPI Maoists) ने शुक्रवार की देर रात करीब 1 बजे लातेहार के डेमू-रिचुघुटा (demu-Richughuta) के बीच रेलवे पटरी पर बम ब्लास्ट कर उसे क्षतिग्रस्त कर दिया है.

जनता से रिश्ता। नक्सलियों ने लातेहार (Latehar) में रेलवे ट्रैक उड़ा दिया है. भारत बंद (Bharat band) को सफल बनाने के लिए भाकपा माओवादियों (CPI Maoists) ने शुक्रवार की देर रात करीब 1 बजे लातेहार के डेमू-रिचुघुटा (demu-Richughuta) के बीच रेलवे पटरी पर बम ब्लास्ट कर उसे क्षतिग्रस्त कर दिया है. इस घटना के बाद डाउन रेलवे लाइन पर रेल परिचालन पूरी तरह ठप हो गई है. हालांकि वारदात के बाद रेलवे के द्वारा राहत कार्य शुरू कर दिया गया है. इस घटना की जांच में रेल प्रशासन जुटी गई है.

माओवादी नेता प्रशांत बोस (Prashant Bose Maoist) और उनकी पत्नी के गिरफ्तारी के खिलाफ माओवादियों ने झारखंड बंद की घोषणा की है. इसी बंदी को लेकर माओवादियों (CPI Maoists) ने विध्वंसक कार्य करते हुए रेलवे ट्रैक को बम से क्षतिग्रस्त कर दिया. घटना के बाद रेलवे ट्रैक पर परिचालन ठप हो गया है. वही इस घटना के बाद रेलवे का एक ट्रॉली भी बेपटरी हो गई है. मिली जानकारी के अनुसार घटनास्थल पर धनबाद मंडल के उच्चाधिकारी, रेल सुरक्षा बल स्थानीय पुलिस घटनास्थल पर पहुंच चुकी है.
घटना की सूचना मिलने के बाद रेल प्रशासन तत्काल सक्रिय हुआ और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के बाद रेलवे की टीम घटनास्थल की ओर रवाना हो गई. रेलवे की टीम पटरी को ठीक करने में लगी हुई है. वारदात के बाद स्थानीय पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंचकर आसपास के इलाके में छापामारी कर रही है. झारखंड पुलिस(Jharkhand Police) ने पिछले दिनों भाकपा माओवादी प्रशांत बोस और उनकी पत्नी को गिरफ्तार किया. इस गिरफ्तारी के विरोध में नक्सलियों ने 20 नवंबर को भारत बंद (Bharat Band) की घोषणा की है. भारत बंद को सफल बनाने के लिए ही माओवादियों ने रेलवे ट्रैक को उड़ाया है.
लातेहार जिले के रेलवे लाइन माओवादियों के सॉफ्ट टारगेट रहे हैं. जंगली इलाका रहने के कारण रात में माओवादी आसानी से घटना को अंजाम देकर जंगल की ओर फरार हो जाते हैं. इससे पहले भी जब माओवादियों का बोलबाला था तो अक्सर लातेहार जिले में पड़ने वाले रेलवे ट्रैक माओवादियों के निशाने पर होते थे. हालांकि पिछले कई वर्षों से लातेहार जिले में इस प्रकार की घटना नहीं घटी थी. शुक्रवार की रात एक बार फिर से रेलवे ट्रैक को निशाना बनाने की परंपरा आरंभ हुई है.


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