पटना हाईकोर्ट सहित राज्य के सभी न्यायालयों में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया
पटना: पटना हाईकोर्ट सहित राज्य के सभी न्यायालयों में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया. हाईकोर्ट में 8 केसों का निपटारा किया गया.
बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में चार अलग-अलग बेंच बनाये गये थे. इनमें 228 मुकदमों को सूचीबद्ध किया गया था. जिले में आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय लोक अदालत में पक्षकारों के आपसी समझौता के आधार 5 हजार 4 सौ 54 मामलों का निष्पादन किया गया है. वहीं जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव प्रह्लाद कुमार ने बताया कि इस एक दिन के राष्ट्रीय लोक अदालत में पोस्ट लिटिगेशन के 3 हजार 0 और प्री लिटिगेशन के 2 हजार 3 सौ मामलों का निष्पादन किया गया है. पटना सिविल कोर्ट, दानापुर सिविल कोर्ट, पटना सिटी सिविल कोर्ट, बाढ़ सिविल कोर्ट,मसौढ़ी सिविल कोर्ट और पालीगंज अनुमंडीलय कोर्ट में राष्ट्रीय लोक अदालत आयोजित की गयी थी. राष्ट्रीय लोक अदालत में 42 पीठ बनाए गए थे. इसमें दावा के 81 मामलों का निष्पादन किया गया, चेक बांउस के एक हजार मामले का निष्पादन दोनों पक्षकारों की सहमति से किया गया है.
बैंक और बीएसएनएल के 2 हजार 3 सौ मामलों का निष्पादन किया गया है, जिसमें पक्षकारों की सहमति के आधार पर करोड़ 44 लाख 3 हजार 547 रुपए का लोन की वसूली की गयी. पक्षकारों की सहमति पर 1 हजार 6 सौ 8 आपराधिक मामलों का निषटरा भी किया गया.
नाई समाज को राजनीति में मिले हिस्सेदारी तारकेश्वर
भारतीय नाई समाज अपने प्रदेश कार्यालय गाड़ीखाना, खगौल में बैठक सह सम्मान समारोह का आयोजन किया.
इसका शुभारंभ समाज के राष्ट्रीय संरक्षक ब्रह्मदेव ठाकुर, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरेश कुमार ठाकुर, राष्ट्रीय सचिव संजय ठाकुर समेत अन्य ने भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर संयुक्त रूप से किया. इस दौरान अति पिछड़ा आयोग के पूर्व सदस्य तारकेश्वर ठाकुर ने कहा जब तक नाई समाज संगठित नहीं होंगे, नाई जाति का विकास संभव नहीं है. संगठित होकर ही हम राजनीति भागीदारी ले सकेंगे. मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरेश कुमार ठाकुर उपाध्यक्ष उमेश ठाकुर सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे.