राष्ट्रीय शिक्षा नीति से शिक्षा पद्धति में आमूलचूल बदलाव हुआ : गिरिराज सिंह
बेगूसराय: केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के तीन वर्ष पूरे होने पर शनिवार को बधाई देते हुए इसे अपार संभावना वाला कदम बताया है। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा है कि आज स्कूलों में इंफ्रास्ट्रक्चर, शौचालय, पानी, वर्ग कक्ष और गैस है। शिक्षा पद्धति में आमूलचूल बदलाव हुआ है।
उन्होंने कहा कि एनईपी इनोवेशन, कल्पना और आइडिया से जुड़ा है। यह सबको जिंदगी में केवल नौकरी तक सीमित नहीं कर, रोजगार और देश के लिए कुछ देने की दिशा में आगे बढ़ाएगा। अब किसी मजबूरी में पढ़ाई छूट जाती है तो बदले परिस्थितियों में वह पढ़ाई पूरी कर सकता है। पहले क्षेत्रीय भाषाओं का महत्व नहीं था। आज सभी क्षेत्रीय भाषाओं में पढ़ने-बढ़ने का मौका मिल रहा है। मातृभाषा में पढ़ाई का रास्ता खोला गया।
गिरिराज ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति प्राथमिक से उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है। एनईपी न्यू एजुकेशन पॉलिसी नहीं, नेशनल एजुकेशन पॉलिसी है। पहले विद्यार्थी अपने पसंद की शिक्षा नहीं ले पाते थे लेकिन अब शिक्षा के पाठ्यक्रम को बदलने का अवसर दिया गया। देश व्यवहारिक शिक्षा की ओर बढ़ रहा है।
उन्होंने प्रधानमंत्री और शिक्षा मंत्री को बधाई देते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति से कौशल को बढ़ावा मिल रहा है। कुशल भारत सक्षम भारत बन रहा है। स्टार्टअप के आकांक्षी लोगों को सक्षम अवसर मिल रहा है। मूल्य आधारित शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है।