बिहार
नालंदा जहरीली शराब कांड : जेडीयू से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने किया सवाल- क्या शराब से मरे लोगों के परिवार को जेल होगी?
Renuka Sahu
17 Jan 2022 2:55 AM GMT
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फाइल फोटो
जहरीली शराब के चलते नालंंदा में मरने वालों की संख्या 11 हो गई है। इस बीच भाजपा और जदयू के बीच इस मामले को लेकर सवाल-जवाब का दौर शुरू हो गया है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जहरीली शराब के चलते नालंंदा में मरने वालों की संख्या 11 हो गई है। इस बीच भाजपा और जदयू के बीच इस मामले को लेकर सवाल-जवाब का दौर शुरू हो गया है। रविवार को प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा कि परसों मुझसे जहरीली शराब पर जदयू प्रवक्ता ने प्रश्न पूछा था। आज मेरा प्रश्न उस दल से है कि क्या इन 11 लोगों के पूरे परिवार को जेल भेजा जाएगा, क्योंकि अगर कोई जाकर उनके यहां सांत्वना देता तो आपके लिए अपराध है।
डॉ. जायसवाल ने आगे कहा है कि अगर शराबबंदी लागू करना है तो सबसे पहले नालंदा प्रशासन द्वारा गलत बयान देने वाले उस बड़े अफसर की गिरफ्तारी होनी चाहिए क्योंकि प्रशासन का काम जिला चलाना होता है न कि जहरीली शराब से मृत व्यक्तियों को अजीबोगरीब बीमारी से मरने का कारण बताना। साफ है कि प्रशासन स्वयं शराब माफिया से मिला हुआ है।
दूसरा, अपराधी पुलिस वाले हैं, जिन्होंने अपने इलाके में शराब की बिक्री होने दी। 10 वर्ष का कारावास इन पुलिसकर्मियों को होना चाहिए, न कि इन्हें 2 महीने के लिए सस्पेंड करके नया थाना देना, जहां वह यह सब काम चालू रख सके।
संजय जायसवाल के बयान का कोई मतलब नहीं : उपेंद्र
जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार भाजपा अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल पर हमला बोला है। कहा कि जायसवाल बार-बार बोलते रहते हैं। कब क्या बोलते हैं, कई बार तो उनको ही समझ में आता होगा, दूसरा कोई समझ नहीं पाता है। उन्होंने शराबबंदी पर हमारी पार्टी से सवाल पूछा है, जबकि साधारण आदमी भी जानता है कि कार्रवाई दल नहीं, सरकार करती है।
उपेंद्र ने कहा, इस स्थिति में पार्टी से सवाल पूछने का क्या मतलब है। उन्होंने सवाल क्यों पूछा है, वे ही बता सकेंगे। जहां तक सरकार का सवाल है, नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार मजबूती से कार्रवाई करती है। पर जायसवाल को यह भी सोचना चाहिए कि सरकार में भाजपा भी है। इसलिए अपनी सरकार से सवाल रखने का जो तरीका है, वे उसी माध्यम से बात रखें। सीधे जदयू से सवाल पूछने का क्या मतलब। गठबंधन पर बयानबाजी पर कहा कि इसका फैसला भाजपा का शीर्ष नेतृत्व लेता है। हमारे नेता नीतीश कुमार व भाजपा के शीर्ष नेताओं में बातचीत के आधार पर ही हमारा गठबंधन है। वे बयान क्यों देते हैं, वे ही बताएंगे।
छह एफआईआर दर्ज, पांच गिरफ्तार
पुलिस और मृतकों के परिजनों के बयान पर पांच एफआईआर की गयी है। जबकि, छठी एफआईआर उत्पाद विभाग ने करायी है। इनमें मद्य निषेध अधिनियम के अलावा हत्या, हत्या का प्रयास करने की धारा भी लगायी गयी है। पांच धंधेबाजों की गिरफ्तारी की गयी है। शनिवार की सुबह से लेकर रविवार की शाम तक पहाड़ पर लगातार छापेमारी जारी थी।
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