नालंदा: जिला मुख्यालय के शहरी इलाके में अब बिजली का नंगा वायर (11 केवी) नहीं दिखेगा. खासकर सड़कों के किनारे और घनी आबादी वाले इलाके में. पोलों पर लटकते 11 केवी तार की जगह 17 किलोमीटर इंसुलेटेड कवर्ड वायर लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. राहत यह भी कि पहले से ही अधिकांश मोहल्लों में एलटी केबल लगा हुआ है. शेष बचे स्थानों पर भी 20 किमी केबल लगाया जा रहा है. केबल लग जाने पर बिजली चोरी करना नामुमकीन होगा. कवर्ड तार लगेगा तो जान-माल के नुकसान की संभावना कम होगी.
प्राथमिकता के तौर पर बड़ी पहाड़ी पीएसएस (पावर सब स्टेशन) से निकलने वाले रेलवे-वन, रेलवे-टू व मोगलकुआं फीडर, रामचन्द्रपुर पीएसएस के टाउन-वन, टाउन-टू, टाउन- थ्री फीडर के साथ मणिबाबा अखाड़ा और सोहसराय इलाके में नंगा तार को हटाकर कवर्ड वायर (11 केवी) लगाने की रणनीति बनायी गयी हैं. खासकर बड़ी पहाड़ी से अस्पताल चौराहा, अम्बेर, नईसराय चौक, कल्याणपुर होते रेलवे स्टेशन तक. खंदकपर रोड, धनेश्वरघाट, मोगलकुआं, रामचन्द्रपुर रोड, रांची रोड, पुलपर आदि भीड़-भाड़ वाले इलाकों में पहले फेज में कवर्ड वायर लगना है.
अतिरिक्त डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर भी लगेंगे शहर के उन मोहल्लों में अतिरिक्त डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर भी लगेंगे, जहां बिजली की खपत अधिक है और पहले से लगे ट्रांसफॉर्मर ओवरलोडेड हैं. जरूरत के हिसाब से कहीं 100 केवी तो कहीं 200 केवी के ट्रांसफॉर्मर लगने हैं. नौ स्थानों पर 315 केवी के ट्रांसफॉर्मर लगाने की योजना है. करीब 55 ट्रांसफॉर्मर विभिन्न स्थानों पर स्थापित होने हैं. इनमें से करीब 25 ट्रांसफॉर्मर लग चुके हैं