Muzaffarpur: हत्या की जांच कर रही नगर थाने की प्रशिक्षु दारोगा नीलू कुमारी को इस केस से हटाया जाएगा
मुजफ्फरपुर: सहेलियों की मौत के मामले की जांच कर रही नगर थाने की प्रशिक्षु दारोगा नीलू कुमारी को इस केस से हटाया जाएगा. अब इस कांड में 2009 बैच के दारोगा मोहन कुमार को आईओ बनाया जायेगा. नगर थानेदार सह इंस्पेक्टर विजय कुमार सिंह जांच के हर बिंदु की मॉनिटरिंग करेंगे. सिटी एसपी अवधेश दीक्षित ने इसका आदेश जारी किया है.
सिटी एसपी ने अपने आदेश में लिखा है कि यह कांड शहर की नाबालिग लड़कियों के लापता होने से संबंधित है, जिनके शव मथुरा में रेलवे ट्रैक से मिले हैं. इस कांड की गंभीरता को देखते हुए नगर थानाध्यक्ष को आदेश दिया जाता है कि कांड का प्रभार थाना के किसी वरीय पुलिस अधिकारी को सौंपें. सिटी एसपी के आदेश के बाद नगर थानेदार ने एसआई मोहन कुमार को कांड की जांच का भार लेने का निर्देश दिया है. साथ ही खुद भी इस कांड में अब तक जुटाये गए साक्ष्य के अनुसार आगे की कार्रवाई की मॉनिटरिंग करेंगे.
किशोरियों के परिजनों से मिलने सिटी एसपी अवधेश दीक्षित और नगर थानेदार विजय कुमार सिंह उनके घर पर पहुंचे. वार्ड पार्षद संजय केजरीवाल भी पुलिस अधिकारियों के साथ गए. परिजनों ने सिटी एसपी से पूछा- इस कांड में एसआईटी का गठन हुआ था, 22 को एफआईआर के बाद एसआईटी ने क्या कार्रवाई की?
न्याय यात्रा सह कैंडल मार्च निकाल थाने पर नारेबाजी: अखिल भारतीय धोबी महासभा, अखिल भारतीय धोबी महासंघ व संत गाडगे सेवा परिषद के तत्वावधान में न्याय यात्रा सह कैंडल मार्च निकाला गया. इसमें माया, गौरी और माही के परिजनों के अलावा मोहल्ले के लोग शामिल हुए.
यह मार्च शहीद खुदीराम बोस स्मारक स्थल से सदर अस्पताल होकर नगर थाने पहुंचा. मार्च में शामिल लोगों ने नगर थाना के सामने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की. जुलूस सरैयागंज टावर पर आकर श्रद्धांजलि सभा में बदल गया. कैंडल मार्च में शामिल उपमेयर डॉ. मोनालिसा ने कहा कि बच्चियों के परिजनों को न्याय मिलना चाहिए. धोबी महासभा के देवन रजक ने लापरवाही के मुद्दे पर कार्रवाई की मांग की.