मुजफ्फरपुर: कंपनीबाग स्थित प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय गेट के सामने की सुबह सड़क धंस गयी. सीवरेज लाइन का स्लैब टूटने से सड़क धंसी. इसके बाद बांस-बल्ला लगकर इसकी घेराबंदी की गई है. सवा मीटर चौड़ाई और 10 मीटर से अधिक लंबाई में सड़क धंसी है. बताया जाता है कि नगर निगम का कूड़ा ढोने वाले डंफर के गुजरने के बाद सड़क धंसी. सड़क धंसने से किसी तरह की अप्रिय दुर्घटना नहीं हुई. देर शाम तक मरम्मत कार्य जारी रहा.
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के प्रभारी प्रेम शर्मा ने बताया कि मामले की जांच करायी जाएगी. दोषी एजेंसी पर भी कार्रवाई को लेकर वरीय अधिकारियों को लिखा जाएगा. बता दें कि सात माह पहले इसी जगह पर सड़क धंस गई थी. उस वक्त निगम का पानी टैंकर उलट गया था. दूसरी बार भी इसी जगह सड़क धंसने से लोग स्मार्ट सिटी की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहे हैं.
आठ घंटे तक बंद रहे पांच पंप, नहीं हुई जलापूर्ति धंसी हुई सड़क की मरम्मत में आठ घंटे से अधिक का समय लगा. इससे शहर के पांच पंप से जलापूर्ति बाधित रही. कोर्ट कैंपस, इमलीचट्टी, शुक्ला रोड, खुदीराम बोस मैदान व सिकंदरपुर इलाके में जलापूर्ति बंद रही. शाम करीब छह बजे के बाद लीकेज ठीक होने पर सभी जलापूर्ति पंप को चालू किया गया.
कई जगह ऐसा मामला आ चुका है अब तक सामने
हाल ही में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से बनी सरैयागंज टावर से सिकंदरपुर एवं धर्मशाला चौक से इस्लामपुर की सड़क कई जगहों पर धंस गई. गड्ढे में ई-रिक्शा व ठेला पलट रहे हैं. इन दोनों सड़कों का निर्माण सीवरेज पाइपलाइन बिछाने के बाद स्मार्ट सिटी के अखाड़ाघाट पेरिफेरल एवं सूतापट्टी फेस लिफ्टिंग प्रोजेक्ट के तहत हुआ है. दो महीने के भीतर सड़क धंसने व सीवरेज के मैनहोल का ढक्कन टूटने के बाद कार्य की गुणवत्ता पर सवाल खड़ा हो गया है. शिकायत के बाद भी स्मार्ट सिटी के पदाधिकारी व निर्माण एजेंसी की ओर से कोई कवायद नहीं की गई है.
लोगों ने निर्माण की गुणवत्ता पर उठाए सवाल
अधिवक्ता अंजनी कुमार ने स्मार्ट सिटी की कार्यशैली पर सवाल उठाया है. कहा कि सीवरेज पाइपलाइन बिछाने के समय सही से मिट्टी भराई नहीं की गयी, जिससे सड़क धंसने लगी है. पूर्व सैनिक मनोज कुमार सिंह ने कहा कि स्मार्ट सिटी के नाम पर शहरवासियों को काफी दुश्वारियां झेलनी पड़ रही हैं. कोई भी काम गुणवत्तापूर्ण नहीं हो रहा है. इसपर डीएम व नगर आयुक्त को स्वत संज्ञान लेना चाहिए.