बेतिया स्टेशन पर बीते 17 जून को दिल्ली से आ रही सप्तक्रांति एक्सप्रेस को जलाने की बड़ी प्लानिंग हुई थी। इसके लिए करीब 2 हजार उपद्रवी सुबह 7 बजे ही बेतिया रेलवे स्टेशन पहुंच गए थे। हालांकि, इस मौके पर रेल DSP पंकज कुमार ने सूझ-बूझ से काम लिया और ट्रेन को बेतिया से 12 किलोमीटर पहले एक सुनसान जगह पर खड़ी करवा दिया। इसके बाद ट्रेन का लाइव स्टेटस बदलकर मुजफ्फरपुर करवा दिया। इससे उपद्रवियों के मंसूबों पर पानी फिर गया।
DSP पंकज कुमार ने बताया कि उपद्रवियों के मंसूबे भांप कर उन्होंने ट्रेन को बेतिया से पहले कुमारबाग रेलवे स्टेशन पर ही रुकवा दिया था। लेकिन उपद्रवी इंटरनेट से ट्रेन का लाइव स्टेटस देख रहे थे और कुमारबाग में रुकने की जानकारी मिलते ही उधर बढ़ने लगे। बेतिया से कुमार बाग 9 किलोमीटर की दूरी पर है।
इधर पंकज कुमार ने पहले ही सप्तक्रांति एक्सप्रेस में RPF के इंस्पेक्टर चंदन कुमार को कुछ जवानों के साथ बैठा रखा था। उन्होंने चंदन कुमार को इसकी जानकारी दी और ट्रेन को चनपटिया रेलवे स्टेशन पर बैक करवा दिया जो कुमारबाग से भी 7 किलोमीटर पहले है।
बेतिया से 123 किलोमीटर दूर मुजफ्फरपुर का दिखाया लाइव स्टेटस
उपद्रवी अभी भी लाइव स्टेटस चेक कर रहे थे और अब चनपटिया रेलवे स्टेशन की ओर बढ़ने लगे थे। तब जाकर रेलवे के अधिकारियों से बात कर सप्तक्रांति एक्सप्रेस का लाइव स्टेटस बदलकर मुजफ्फरपुर करवा दिया गया। इस दौरान ट्रेन को कुमारबाग और चनपटिया रेलवे स्टेशन के बीच सुनसान जगह पर खड़ा करा दिया गया, जिससे सभी को सही सलामत बचाया जा सका।
पुलिस पर भी सहयोग नहीं करने का लगाया आरोप
बेतिया रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ के मामले में रेल DSP पंकज कुमार ने पुलिस और अग्निशमन विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कहा कि प्रदर्शनकारियों ने रेलवे स्टेशन पर पहले से खड़ी दो रेल इंजनों में आग लगा दी थी। लेकिन वहां मौजूद बेतिया पुलिस मूकदर्शक बन देखती रही। कहने के बावजूद उन्होंने कुछ नहीं किया।
इंजनों में आग लगने पर अग्निशमन विभाग को कॉल भी किया गया, लेकिन उधर से कहा गया कि जबतक SDM का आर्डर नहीं मिलेगा, तब फायर ब्रिगेड की गाड़ी नहीं जाएगी। इसके बाद हमलोगों ने बाल्टी से पानी फेंककर आग बुझाई है।
उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर उपद्रवियों को छोड़ा नहीं जाएगा। एक हजार अज्ञात उपद्रवियों के खिलाफ FIR दर्ज की जा रही है। अगल-बगल के मोबाइल टावर का डेटा लिया जा रहा है, स्टेशन पर लगे CCTV फुटेज के जरिए भी उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। वही जब इस संबंध में बेतिया एसडीएम विनोद कुमार से जानकारी लेने की कोशिश की गई तो उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार किया और फोन कट कर दी