Muzaffarpur: डीआरआई की टीम ने 1.30 करोड़ की विदेशी सिगरेट जब्त की
मुजफ्फरपुर: डीआरआई की टीम ने मोतीपुर से 1.30 करोड़ की दक्षिण कोरिया निर्मित सिगरेट को जब्त किया है. इसे म्यांमार के रास्ते गुवाहाटी से लाया गया था. वहां से दरभंगा व मुजफ्फरपुर के रास्ते दिल्ली भेजा जा रहा था. मौके से डीआरआई की टीम ने दो तस्करों को भी गिरफ्तार किया है. दोनों यूपी के बरैली के रहने वाले हैं. डीआरआई ने पूछताछ के बाद दोनों को कोर्ट में पेश किया. जहां से दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.
डीआरआई सूत्रों का कहना है कि सूचना मिली थी कि हरियाणा नंबर की कंटेनर में विदेशी सिगरेट तस्करी करके मुजफ्फरपुर के रास्ते ले जाई जा रही है. सूचना के आधार पर डीआरआई की टीम ने मैठी टोल प्लाजा से लेकर मोतीपुर तक नाकाबंदी की. इस दौरान टीम ने मोतीपुर में कंटेनर को पकड़ लिया. कंटेनर का गेट खुलवाया गया तो पहले वह पूरा खाली दिखा. अंदर जाकर देखा गया तो पाया कि नट-वोल्ट से एक बॉक्स को कसा गया है. उसको खोला तो अंदर में 10 लाख 30 हजार सिगरेट के स्टिक बरामद हुए. छानबीन के दौरान पता चला है कि एक सिरगेट की कीमत 15 से 20 रुपये आंकी गई है.
दिल्ली के सुट्टा बार में इस सिगरेट की काफी मांग है. इस माह डीआरआई ने दूसरी खेप पकड़ी है. इसका स्थानीय कनेक्शन भी है. मुजफ्फरपुर के कुछ तस्करों का नाम डीआरआई को पता चला है. जांच कर सुराग ढूंढ़ा जा रहा है.
बंद पड़े पीजी गर्ल्स हॉस्टल को हैंडओवर कराएगा विवि: बीआरएबीयू प्रशासन पीजी गर्ल्स हॉस्टल में बने एक हॉस्टल को हैंडओवर कराने के लिए पहल करेगा. यह हॉस्टल 2018 में बनने के बाद भी विवि प्रशासन को नहीं मिला है. हॉस्टल के हैंडओवर नहीं होने से पीजी की छात्राओं को हॉस्टल नहीं मिल रहा है.
विवि सूत्रों ने बताया कि हॉस्टल को जिस ठेकेदार ने बनाया, उसने कुछ राशि के लेन देने के कारण विवि प्रशासन को हैंडओवर नहीं किया. छह साल से भवन बनकर पड़ा हुआ है. हैंडओवर नहीं होने से हर साल छात्राओं को हॉस्टल में कमरा नहीं मिल पाता है. डीएसडब्ल्यू प्रो आलोक प्रताप सिंह ने बताया कि जल्द ही हैंडओवर की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. बीआरएबीयू में हॉस्टल कल्याण समिति की बैठक में इस प्रस्ताव को रखा जाएगा.