बिहार

Munger: जमालपुर प्रखंड के सरकारी विद्यालयों की हालत खस्ता

Admindelhi1
4 Jun 2024 10:15 AM GMT
Munger: जमालपुर प्रखंड के सरकारी विद्यालयों की हालत खस्ता
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मुंगेर: बिहार शिक्षा विभाग सूबे में शिक्षा में गुणात्मक सुधार को लेकर प्रयासरत है. वहीं बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के एक्शन से बेशक, शिक्षकों व विद्यालय प्रबंधकों के बीच हड़कंच मचा है. बावजूद इसके जमालपुर प्रखंड के सरकारी विद्यालयों की हालत खस्ता है.

आज भी कई विद्यायलों में जमीन व दरी पर बैठकर अध्ययन करने को बच्चे विवश हैं. जब हिन्दुस्तान टीम के संवाददाता मध्य विद्यालय सफियाबाद पहुंची, तो बच्चे जमीन पर दरी बिछाकर अध्ययन कर रहे थे. यहां फर्निचर की किल्लत है. विद्यालय में कुल आठ कक्षाएं हैं. इनमें कुल 166 बच्चें पठन-पाठन करते हैं. वहीं शिक्षक व शिक्षिकाओं की संख्या 14 है. इसके अलावा यहां चार नियोजित, सात नियमित और दो टोला सेवक शिक्षक हैं. टोला सेवकों की बहाली यहां 25 महादलित बच्चों के आधार पर की गयी थी. जबकि वर्ग एक और दो कक्षाओं के छात्र-छात्राएं जमीन पर दरी बिछाकर अध्ययन को विवश है. इसकी चिंता न तो प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को है और न ही जिला शिक्षा पदाधिकारी ने भी कोई पहल की है. इस बावत विद्यालय के प्राचार्य रवि रंजन कुमार सिन्हा ने कहा कि कक्षा के अनुपात कमरा नहीं रहने से इस विधालय कों तो प्राथमिक विद्यालय होना चाहिए था. उन्होंने कहा कि जनवरी 20 में ही प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी कार्यालय जमालपुर को पत्राचार कर किया. नित्यदिन जिला के विभागीय अधिकारियों के साथ वीसी कार्यक्रम में भी विद्यालय की जरूरतों को रखने का काम किया जाता है उसके बावजूद सुधार नहीं किया गया.

मध्य विद्यालय सफियाबाद में फर्नीचर की कमी है. फर्नीचर सहित अन्य समस्याओं को प्रमुखता से निदान करने के लिए प्रयास किया जा रहा है. माह में कुछ हद तक समस्याएं दूर कर दी जाएगी.

-शैलेंद्र कुमार, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी सह डीपीओ मुंगेर

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