Munger: एसपी ने सीएमडी जितेन्द्र कुमार राजीव को रिमांड पर लेकर घंटों पूछताछ की
मुंगेर: जमालपुर में अरबों रुपए की ठगी कर फरार हुए जॉलीवुड म्यूजिक इंडस्ट्रीज कंपनी के सीएमडी जितेन्द्र कुमार राजीव को रिमांड पर लेकर एसपी ने अपने कार्यालय कक्ष में घंटों पूछताछ की. बाद में इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने वाले ठगी के शिकार मो. तालिब हुसैन, रवि कुमार से भी एसपी ने पूछताछ की.
घंटे चली पूछताछ में यह स्पष्ट हुआ कि जितेन्द्र कुमार राजीव ने म्यूजिक कंपनी के नाम पर रजिस्ट्रेशन करा कर फर्जी तरीके से वर्ष 2019 में इन्वेस्टमेंट स्कीम आरंभ किया था. इन्वेस्टमेन्ट स्कीम का इनके पास ना तो रजिस्ट्रेशन है और ना ही वह इससे होने वाली आय का इनकम टैक्स ही जमा करता था. अगस्त के बाद कंपनी के दिवालिया होने पर वह कार्यालय में तालाबंदी कर फरार हो गया. जितेन्द्र ने एसपी को यह भी बताया कि इन्वेस्टरों से जमा पैसों को उसने कहीं इन्वेस्ट नहीं किया जिस कारण संपत्ति ग्रो नहीं कर पाई. उसने जमीन खरीदी, वाहन खरीदे. अपनी संपत्ति बेचकर ही वह इन्वेस्टरों का पैसा वापस कर सकते हैं. वहीं पूछताछ के बाद बाहर निकलने पर एसपी आफिस के बाहर जमा एजेंटों ने हिरासत में रहे जितेन्द्र कुमार राजीव से पैसा लौटाने के बावत पूछा तो सीएमडी ने कहा कि सरकार अगर दोबारा कंपनी चलाने का परमिशन देती है तो वह सबका पैसा लौटा देंगे. वर्ष 2019 में इन्वेस्टरों के लिए दो स्कीम कंपनी द्वारा शुरू की गई थी. पहली स्कीम 2 लाख 56 हजार तथा दूसरी स्कीम 01 लाख 32 हजार जमा करने की थी. जिसमें जमाकर्ता को एक माह में 4800 बार कंपनी द्वारा दिया गया गाना सुनने पर प्रति माह क्रमश: 15 हजार और 7500 रुपया इन्वेस्टरों को भुगतान किया जाना था. अब तक कंपनी द्वारा ढाई लाख वाले 600 इन्वेस्टर पैसा जमा कर चुके थे. जबकि एक लाख 32 हजार वाले हजारों इन्वेस्टर थे. अगस्त 24 तक कई इनवेस्टरों को कंपनी द्वारा स्कीम के तहत राशि लौटाई गई. वहीं मुंगेर के एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि ठगी मामले में जॉलीवुड इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के सीएमडी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई है. पूछताछ में कंपनी द्वारा चलाया जा रहा इन्वेस्टमेन्ट स्कीम फर्जी मिला है क्योंकि कंपनी को म्यूजिक प्रोडक्शन का लाइसेंस था. म्यूजिक प्रोडक्शन के लाइसेंस की भी जांच की जाएगी. उसके एकाउंट की भी जांच की जायेगी. जरूरत पड़ने पर फिर से रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी. सीएमडी ने बताया कि अगस्त 24 में कंपनी के दिवालिया होने पर इन्वेस्टरों का पैसा लौटाना बंद कर दिया. इन्वेस्टरों के दबाव पर अंतत: 17 नवम्बर को दौलतपुर स्थित कम्पनी के कार्यालय में ताला लगा सीएमडी फरार हो गए. मो.तालिब हुसैन, कुमार दयानंद और रवि कुमार ने 18 नवंबर को जमालपुर थाना में ठगी की प्राथमिकी दर्ज कराई थी.
रतनपुर स्टेशन पर ट्रेन से कटकर रेल कर्मी की मौत: जमालपुर-भागलपुर रेल खंड पर रतनपुर रेलवे स्टेशन पर गुरूवार की सुबह ट्रेन से कट कर एक रेल कर्मी की मौत हो गई. मृतक की पहचान रतनपुर के समीप स्थित पनियालाचक पाटम निवासी 58 वर्षीय रघुनंदन यादव के रूप में हुई है.
वह जमालपुर रेलवे वर्क शॉप में ग्रुप डी पद पर कार्यरत था. गुरूवार की सुबह वह ड्यूटी जाने के लिए घर से निकला था. रतनपुर रेलवे स्टेशन पर भागलपुर-दानापुर इंटरसिटी एक्सप्रेस पकड़ कर ड्यूटी जाता. प्लेटफार्म के दूसरी साइड से ट्रेन पकड़ने के दौरान स्लिप कर वह दूसरी पटरी पर जा गिरा इस दरम्यान जमालपुर की ओर से तेज रफ्तार से आ रही कविगुरू एक्सप्रेस की चपेट में वह आ गया. जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई. बाद में जीआरपी जमालपुर द्वारा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लाया गया. रेल कर्मी की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. मृतक अपने पीछे पत्नी सहित तीन पुत्र व तीन पुत्रियों को छोड़ गए हैं.