Munger: बीआरएबीयू समेत सभी विश्वविद्यालय सौर ऊर्जा से रोशन होंगे
मुंगेर: बीआरएबीयू समेत सभी विश्वविद्यालय सौर ऊर्जा से रौशन होंगे. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने इसका निर्देश दिया है. सभी विश्वविद्यालयों को प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना से जोड़ा जाएगा. विश्वविद्यालयों को सौर ऊर्जा से बिजली बनाने के लिए भारतीय सौर ऊर्जा निगम लिमिटेड से संपर्क करना होगा. केंद्र सरकार ने विश्वविद्यालयों में सौर ऊर्जा से बिजली पैदा करने के लिए सौर ऊर्जा निगम से करार किया है.
बीआरएबीयू में वर्ष 2015 में सोलर प्लांट लगाया गया था, लेकिन वह हाल के दिनों में खराब हो गया. यूजीसी के निर्देश के बाद बिहार विवि में फिर से इसकी तैयारी की जा रही है. यूजीसी ने कहा कि विश्वविद्यालयों में छत के ऊपर सोलर प्लांट लगाए जाएंगे. सौर ऊर्जा से प्राप्त बिजली दूसरे संस्थान को बेच भी सकेंगे.
सोलर प्लांट का मॉडल दिखाना होगा ऊर्जा निगम को विश्वविद्यालयों को अपने यहां लगाने वाले सोलर प्लांट के मॉडल को भारतीय सौर ऊर्जा निगम को दिखाना होगा. विवि को यह भी बताना होगा कि वह इस प्लांट से कितनी बिजली पैदा कर सकेंगे. सोलर प्लांट में इस्तेमाल होने वाले बिजली के केबल की गुणवत्ता के बारे में भी निगम को जानकारी देनी होगी.
मीटर से जोड़ना होगा कनेक्शन सौर ऊर्जा प्लांट लगाने के बाद वहां से मिलने वाली बिजली की खपत कितनी हो रही है, इसे जानने के लिए सभी जगह पर मीटर लगाने का भी निर्देश दिया गया है. मीटर में कितनी बिजली खपत हो रही है, इसका डाटा रिकॉर्ड किया जाएगा. जहां से बिजली सभी जगहों पर जाएगी वहां एक मेन मीटर लगाया जाएगा और प्रशासनिक भवन के अन्य जगहों पर दूसरा मीटर लगेगा.
कॉलेजों में भी लगेंगे सोलर प्लांट: विश्वविद्यालयों के साथ कॉलेजों में भी सोलर प्लांट लगाए जाएंगे. यूजीसी ने कुलपतियों को निर्देश दिया है कि वह अपने अधीनस्थ आने वाले कॉलेजों के प्राचार्यों को भी सोलर प्लांट लगाने का निर्देश दें. यूजीसी ने निर्देश दिया है कि प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना से सारे शैक्षिक संस्थान जोड़े जाने हैं. 31 मार्च 2025 से पहले सभी जगहों पर प्लांट शुरू करने का निर्देश दिया गया है.