बिहार

मुकेश सहनी : निषाद का बच्चा हूं, जाल में फंसता नहीं फंसाता हूं

Manish Sahu
5 Sep 2023 6:13 PM GMT
मुकेश सहनी : निषाद का बच्चा हूं, जाल में फंसता नहीं फंसाता हूं
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बिहार: 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव और प्रधानमंत्री को लेकर पक्ष और विपक्ष तो आमने सामने हैं ही लेकिन इन पार्टियों के अलावा बिहार की अन्य पार्टियां भी अपनी दावेदारी पेश करने में जुट गई हैं. दरअसल विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी इन दिनों अपनी संकल्प यात्रा के क्रम में लोगों को निषाद आरक्षण में संघर्ष के लिए जागरूक कर रहे हैं. इसको लेकर मुकेश सहनी मंगलवार को भोजपुर पहुंचे, जहां शहर से लेकर गांव के हर छोटे–छोटे कस्बों तक पहुंचकर लोगों से संकल्प कराया.
सहनी के भोजपुर जिले के कोईलवर प्रखंड के बबुरा गांव पहुंचते ही वहां बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ गई, जहां मुकेश सहनी ने साफ तौर पर यह कह दिया कि जो पार्टी हमसे दोस्ती करेगा 60 लोकसभा सीट जीतेगा. सहनी ने ये भी कहा कि जो हमसे दुश्मनी करेगा, 60 लोकसभा सीटें हारेगा. सन ऑफ मल्लाह नाम से मशहूर इस राजनेता ने कहा कि तीन राज्यों में हमारे पास ऐसी शक्ति है. इतना ही नहीं जनसभा को संबोधित करते हुए मुकेश सहनी ने कहा कि उनकी आरक्षण की मांग कोई नई नहीं है.
कई अन्य राज्यों में यह आरक्षण मिला हुआ है, लेकिन आज बिहार, यूपी और झारखंड में इस आरक्षण को लेकर हमलोगों को संघर्ष करना पड़ रहा है. मुकेश सहनी ने अपनी संकल्प यात्रा के दौरान कहा कि आज नौ साल से आरक्षण की मांग को लेकर भले संघर्ष कर रहा हूं लेकिन उपलब्धियां हैं कि आज हमारी पहचान प्रदेश नहीं देश में है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के द्वारा आज मुझे सीएम बनाने का भी ऑफर दिया जा रहा है, लेकिन उन्हें नहीं मालूम कि निषाद का बच्चा जाल में मछली फंसाता है खुद फंसता नहीं है.
उन्होंने कहा कि भाजपा को दुश्मनी मुझसे नहीं, निषादों से है. 2020 में जिस सरकार को हमने बनाया, उसे भाजपा वालों ने मेरे चारों विधायकों को खरीद लिया और मुझे सरकार से बाहर कर दिया. भाजपा को मुकेश साहनी से तकलीफ नहीं था. उनको तकलीफ था निषाद समाज से. उन्हें मालूम है कि ये सोया हुआ शेर है, अगर जग गया तो संघर्ष की बदौलत कुछ भी हासिल कर सकता है.
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