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मोतिहारी। ठंड की आहट के साथ पूर्वी चंपारण जिला की हवा इस कदर प्रदूषित होगी।शायद किसी को अंदाजा न था।ग्रामीण क्षेत्रों के साथ शहर की हवा बिल्कुल जहरीली बनती जा रही है।
बीते एक सप्ताह से जिले का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) मे लगातार इजाफा ही हो रहा है।वातावरण में बढ़ती नमी एवं उड़ते धूलकण,जगह जगह सड़क किनारे कचरे जलाये के कारण वायु काफी प्रदूषित हुआ है।
विशेषज्ञों की माने तो ऐसी स्थिति कमोबेश पूरे मौसम में बनी रहने की उम्मीद है।गत दिन मोतिहारी का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 402 रिकार्ड किया गया।जो सांस लेने के लिए वायु गुणवत्ता के लिहाज से काफी खतरनाक है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की माने तो यह स्थिति काफी खराब और चिंताजनक है।विशेषज्ञो के अनुसार कोरोना काल ने सांस लेने के लिए गुणवत्ता पूर्ण स्वच्छ हवा की महत्व को लोगो ने समझा था लेकिन अचानक इस प्रकार बढे प्रदूषण से हृदय और फेफड़ों को शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति करने में काफी परेशानी बढेगी।
लंबे समय तक ऐसे प्रदूषण वाले क्षेत्र के लोगो की फेफड़े की क्षमता कमजोर हो सकती है।
रविवार मोतिहारी शहर से बिल्कुल सटे बंजरिया प्रखंड क्षेत्र जिले का सर्वाधिक प्रदूषित क्षेत्र बना रहा,जहां दोपहर का एयर क्वालिटी 425 रिकार्ड किया गया। बताया जा रहा है कि इस क्षेत्र में शहर के जानपुल से लेकर प्रखंड के सिंघिया गुमटी,चैलाहां से लेकर जटवा,सिसवनिया आदि क्षेत्र मे वायु गुणवत्ता काफी खराब बनी रही।
लोगो की माने तो इसका बड़ा कारण मोतिहारी नगर निगम क्षेत्र में कचरा निस्तार की ठोस योजना न होने के कारण शहर के कचरे को एनएच के किनारे जलाया जाने के साथ इस क्षेत्र में दो सड़क निर्माण कंपनी द्धारा कराये जा रहे निर्माण कार्य है।
निर्माण कंपनी द्धारा सड़क पर पानी नही डाला जा रहा है।वही कुछ लोगो ने बताया कि इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर मिट्टी खनन भी किया जा रहा है।
जिसे बिना ढंके शहरी क्षेत्र में लाया जा रहा है।लोगो ने बताया कि उस मिट्टी का काफी अवशेष सड़क पर गिर रहा है।जो धूल का गुब्बार बन कर पूरे क्षेत्र में फैल कर वायु गुणवत्ता को खराब कर रहा है।
Admin4
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