मोतिहारी: मशरूम की खेती कृषि व्यवसाय के लिए काफी उपयुक्त है. इसकी खेती के लिए खेत की जरूरत नहीं पड़ती है. किसान झोपड़ी या छोटे कमरे में मशरूम का उत्पादन कर अच्छी कमाई कर सकते हैं. मशरूम 40 से 60 दिनों में तैयार हो जाता है. एक किट से 3 से 4 किलो तक मशरूम का उत्पादन होता है. सरकार इसकी खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को अनुदान का लाभ दे रही है.
जिले में 25 हजार मशरूम किट वितरण का लक्ष्य जिला उद्यान विभाग के अनुसार जिले में 25 हजार मशरूम किट वितरण का लक्ष्य है. एक किसान को अधिकतम 100 मशरूम किट मुहैया कराया जाएगा. प्रति मशरूम किट 55 रुपए की लागत पर किसानों को 90 प्रतिशत अनुदान मिलेगा. जिले में ओएस्टर मशरूम किट की खेती के लिए किसान ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. जिला उद्यान विभाग के वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा. सभी वर्ग के किसानों को इसका लाभ मिलेगा. मशरूम औषधीय गुणों से भरपूर होता है. इसमें कैंसर प्रतिरोधी क्षमता होती है. खून में कोलेस्ट्रॉल कम करने की क्षमता होती है. ब्लड शुगर व बीपी कम करने की क्षमता होती है.
कहते हैं अधिकारी
सहायक निदेशक विकास कुमार ने बताया कि मशरूम किट के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू है. पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर इस योजना का लाभ मिलेगा.
शराब के साथ पांच धराए
सीमा पार नेपाल में शराब पीकर वापस आ रहे पांच धंधेबाज को देशी विदेशी शराब के साथ उत्पाद विभाग की मद्य निषेध टीम ने रात शहर के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी करके गिरफ्तार किया. उत्पाद अंचल इंस्पेक्टर अभिषेक आनंद के नेतृत्व में यह छापेमारी की गयी. जब शराब के धंधेबाज व शराबी सीमा पार कर शहर के रेल फाटक संख्या 33 ए के पास पहुंचे. इस दौरान वहां तैनात उत्पाद टीम ने उन्हें घेर कर तलाशी ली तो उनके पास शराब की बोतल बरामद हुई.इसकी पुष्टि उत्पाद इंस्पेक्टर श्री आनंद ने की. उन्होंने बताया कि पकड़े गये लोगों की ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट में सभी पॉजिटिव पाये गये.