Motihari: एसडीपीओ व थानाध्यक्ष से आक्रोश लोगों ने की धक्का-मुक्की
मोतिहारी: उपकारा झंझारपुर में काम करने वाले ऑपरेटर अभिरंजन कुमार की मौत के बाद पूरे दिन झंझारपुर शहर थम सा गया. लगभग आठ घंटे तक सड़के सुनसान रही. सड़क जाम रहा. सुबह 950 बजे दो बाइक सवार अपराधियों ने मुख्य सड़क पर गोली मार कर भाग गया. तत्काल मुख्य पार्षद बबीता शर्मा के पति बबलू शर्मा अपनी कार से घायल को अनुमंडल अस्पताल ले गए. डॉक्टरों ने मृत घोषित किया. परिजन को सूचना मिली. वे अस्पताल पहुंचे. आक्रोश में आ गए. 1025 पर लाश को एस्ट्रेचर पर लाद कर पैदल लोग घटनास्थल पर चले.
लगभग तीन किलोमीटर दूर घटनास्थल पर परिजनों को आने में लगभग एक घंटा लगा. 1130 बजे एस्ट्रेचर को बीच सड़क पर रखकर सड़क जाम कर दिया. एस्ट्रेचर के पीछे-पीछे एसडीपीओ पवन कुमार एवं पुलिस बल भी चल रही थी. रास्ते में पुलिस ने एस्ट्रेचर को आगे बढ़कर नहीं रोका. जिसका परिणाम हुआ कि लगभग 8 घंटे तक पुलिस अपने धैर्य की परीक्षा देती रही. सड़क जाम स्थल पर कई ऐसे अवसर आए जब भीड़ पुलिस पर आक्रोशित रही. एसडीपीओ के साथ भीड़ में शामिल महिलाएं धक्का मुक्की भी की. एसडीएम कुमार गौरव भी दंडाधिकारी के रूप में लगातार धरना स्थल पर जमे रहे. इंस्पेक्टर बी के बृजेश, झंझारपुर के थानाध्यक्ष रंजीत कुमार, आरएस के अरविंद कुमार,अंधराठाढ़ी के राहुल कुमार, रुद्रपुर के आयशा कुमारी, भैरवस्थान के सुनील कुमार झा सहित अनुमंडल के तमाम थाना के थानाध्यक्ष, पुलिस बल के साथ घटनास्थल कैंप करते रहे.
एसपी को बुलाने की मांग पर अड़े थे लोग: जाम हटवाने को जिला से रैपिड एक्शन फोर्स बुलाई गई थी. जाम कर रहे लोगों का स्पष्ट कहना था कि एसपी यहां आएं और उचित न्याय का भरोसा दिलाए. मुआवजा की भी मांग कर रहे थे. लेकिन सबसे पहले वह हत्या करने वाले को खोज रहे थे. फिलहाल देर शाम लगभग 6 बजे पुलिस हल्का सा बल प्रयोग करते हुए एस्ट्रेचर को लेकर एंबुलेंस की तरफ चली गई. जहां डेड बॉडी को एंबुलेंस में लादकर पोस्टमार्टम के लिए मधुबनी भेजा गया. दूसरी ओर लोगों के आक्रोश के कारण माहौल काफी गंभीर हो गया था. जाम के कारण लोगों को परेशानियों का सामाना करना पड़ा.
अपराधी जल्द होंगे गिरफ्तार एसडीपीओ: एसडीपीओ पवन कुमार ने बताया कि हत्या जघन्य है. एफएसएल की टीम और अन्य जो भी अनुसंधान है उसे किया जा रहा है. जल्द से जल्द गोली मारने वाले अपराधियों को पकड़ा जाएगा. वहीं एसडीएम कुमार गौरव ने बताया कि जेल प्रशासन के द्वारा मुख्यालय में उसके मौत की सूचना दी गई है. आश्रय को नौकरी देने के सवाल पर भी काम किया जा रहा है. उचित मुआवजा भी दिया जाएगा. घटना दुखद है. निंदनीय है. परिवार के सदस्य धैर्य और विश्वास के साथ कानून का साथ दें.