Motihari: परंपरागत खेती से हटकर नई तकनीक से खेती करने की जरूरत
मोतिहारी: नई तकनीक से खरीफ फसल की खेती करने से किसान अधिक पैदावार प्राप्त कर सकते हैं. आज के दौर में परंपरागत खेती की तरीके से अलग हटकर नई तकनीक से खेती करने की जरूरत है. ये बातें घोघरडीहा प्रखंड के सांगी पंचायत में आयोजित खरीफ किसान चौपाल में एटीएम देवकीनंदन पाल ने कही. कार्यक्रम का संचालन कृषि समन्वयक विकास कुमार ने किया.
कृषि समन्वयक विकास कुमार ने खरीफ की खेती की नई- नई तरीके के बारे में किसानों को विस्तृत जानकारी दी. जिसमें मुख्य रूप से कम लागत में अधिक पैदावार कैसे करें और अपने खेतों को ज्यादा ऊर्जावान बनाए रखें. वहीं बदलते जलवायु स्थिति को देखते हुए धान की सीधी बुआई में तकनीक की बहुत जरूरी है. समय से नर्सरी तैयार करना, धान की सीधी बुआई तकनीक, जीरो टिलेज का प्रयोग में लाने की बात बताई. साथ ही किसान सम्मान निधि से वंचित किसानों को केवाईसी व एन पीसीआई कराने खेती से संबंधित कई बिंदुओं पर प्रकाश डाला गया.
किसान सलाहकार संजय कुमार मुन्ना ने सरकार द्वारा किसानों को मिलने वाली बीज और प्रोत्साहन राशि के बारे में बताया. साथ ही मोटे अनाज की खेती से कृषि पैदावार बढ़ाने, मिट्टी जांच व पौधा संरक्षण पर किसानों को विस्तृत जानकारी दी.
मौके पर कृषि समन्वयक मुकेश कुमार साफी, प्रसादी साफी, मो. सुलेमान, राम नारायण सदाय, दिगंबर कामत, हरे राम कामत आदि मौजूद थे.
नई तकनीक से खेती करने की दी जानकारी: प्रखंड कृषि विभाग के कर्मियों के द्वारा क्षेत्र के सिसवार पंचायत में किसान चौपाल लगाया गया. किसानों को खेती-बाड़ी के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी गई. साथ ही नई तकनीक अपनाकर बेहतर खेती के तरीके से भी अवगत कराया गया. चौपाल में उपस्थित सभी किसानों को कृषि विभाग द्वारा होने वाले विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए मोटे अनाज की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया गया. कार्यक्रम में कृषि समन्यवक मनोरंजन कुमार व बब्लू कुमार ने खरीफ फसल की जानकारी दी गई. वहीं तकनीकी प्रबंधक सुषमा ने कृषि विभाग से जुड़े अन्य सभी जानकारी किसानों को दी. कार्यक्रम में विकास मित्र सहित कई किसानों ने भाग लिया.