बिहार

Motihari: हड़ताल की वजह से एंबुलेंस की सेवा बाधित

Admindelhi1
12 July 2024 4:37 AM GMT
Motihari: हड़ताल की वजह से एंबुलेंस की सेवा बाधित
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जख्मी और प्रसूता को अस्पताल ले जाने में परिजन हो रहे परेशान

मोतिहारी: जिले में दूसरे दिन भी हड़ताल की वजह से एंबुलेंस की सेवा बाधित रही. जिले के सदर अस्पताल सहित विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में संचालित 52 एंबुलेंस सदर अस्पताल परिसर में लगाकर एंबुलेंस ड्राइवर और कर्मी आंदोलन कर रहे हैं. सदर अस्पताल के मुख्य गेट के सामने सभी ने जमकर कंपनी की मनमानी के खिलाफ नारेबाजी की. भी प्रसव कक्ष से प्रसूताओं को प्रसव के बाद घर जाने में दिक्कत का सामाना करना पड़ा. कौतवाली चौक की प्रसूता एंबुलेंस की सेवा नहीं मिलने की वजह से टेम्पू से ही नवजात शिशु और प्रसूता को ले गईं. खुली टेंपू में प्रसूता और नवजात को ले जाने के क्रम में संक्रमण फैलने का भी खतरा बढ़ सकता है. करीब पांच प्रसूताओं की छुट्टी हुई. सभी ने टेंपू, टोटो व अन्य वाहनों से अपने घर को रवाना हुए. इमरजेंसी में आने वाले दो क्रिटिकल मरीजों को जांच के बाद उनके परिजन निजी वाहन से डीएमसीएच ले गये. हालांकि अस्पताल प्रशासन अब ऐसे मरीजों को रेफर पंजी पर नाम दर्ज नहीं कर रहे हैं. 102 एंबुलेंस कर्मी संघ के भगवान जी मिश्रा, मो. वासीफ रब्बानी, मो. नौसाद आलम, ओम प्रकाश साहु, मो. एजाज अहमद आदि ने बताया कि शंभू चौधरी आदि ने बताया कि कंपनी की मनमानी के खिलाफ सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में सेवा दे रही एंबुलेंस चालक व कर्मी दो दिनों से हड़ताल पर हैं. लगातार आंदोलन को उग्र किया जाएगा. सभी एंबुलेंस को सदर अस्पताल के ठीक सामने कतार में लगा दिया.

शिक्षा समिति के गठन के लिए बीईओ को आवेदन

प्रखंड के मैनी गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में अबतक शिक्षा समिति का गठन नहीं किया गया है. प्रधानाध्यापक वर्षों से बिना शिक्षा समिति के

विद्यालय का संचालन कर रहे हैं. यह शिकायत पंचायत के उप मुखिया संतोष सदाय ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से की है. उप मुखिया ने अपनी शिकायती आवेदन पत्र में बताया है कि वे वार्ड सदस्य भी हैं. वार्ड सदस्य अपने वार्ड के क्षेत्राधिकार में पड़ने बाले विद्यालयों के अध्यक्ष भी होते हैं. इस लिहाज से भी उनका दायित्व बनता है कि वे विद्यालय के पठन-पाठन और विद्यालय की विकासात्मक गतिविधियों पर नजर रखें.

उन्होंने आरोप लगाया है कि जब कभी वे प्रधानाध्यापक से मिड डे मिल, बच्चों और शिक्षकों की उपस्थिति आदि कार्यक्रमों के बारे में पूछते हैं तो उनका उत्तर होता है कि यह सब प्रधानाद्यापक को देखना है और वे उसे बखूबी देख भी रहे हैं. बीईओ बिमला कुमारी ने बताया कि उन्हें मंदना पंचायत के उपमुखिया का आवेदन पत्र मिला है. जांचोंपरांत कार्रवाई की जाएगी.

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