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भागलपुर। गणपत राय सलारपुरिया सरस्वती विद्या मंदिर एवं पूरनमल सावित्री देवी बाजोरिया सरस्वती शिशु मंदिर के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को मातृ सम्मेलन आयोजित की गई। कार्यक्रम का प्रारंभ मुख्य अतिथि मानस कथा वाचिका संगीता सुमन, प्रधानाचार्य नीरज कुमार कौशिक, उप प्रधानाचार्य अशोक मिश्र, शिशु मंदिर प्रभारी जितेंद्र प्रसाद द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। मुख्य अतिथि संगीता सुमन ने कहा कि माता बालकों का प्रथम गुरु है। आज का बालक कल का राष्ट्र निर्माता है। शिक्षा से ही व्यक्ति उत्तम नागरिक बनाता है। अच्छा भैया बहनों के चरित्र का निर्माण होता है। उनके द्वारा रामचरितमानस की चौपाई का वाचन करते हुए माताओं को मातृ सम्मेलन के उद्देश्य की पूर्ति किया गया।
प्रधानाचार्य नीरज कुमार कौशिक ने कहा कि आदर्श समाज निर्माण में माताओं की भूमिका अहम होती है। माता बच्चों की प्रथम शिक्षिका होती है। माता ही बच्चों को संस्कार देकर आदर्श नागरिक बनाती है जिससे एक आदर्श समाज का निर्माण होता है। देश में विद्या भारती द्वारा संचालित शिशु मंदिर/ विद्या मंदिर विद्यालय समाज का विद्यालय है। जिससे बालकों में देश के प्रति अपनत्व राष्ट्रीयता का भाव जगता है। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम प्रमुख लिली कुमारी द्वारा किया गया। अतिथि परिचय उप प्रधानाचार्य अशोक मिश्र द्वारा किया गया। धन्यवाद ज्ञापन शिशु मंदिर प्रभारी जितेंद्र प्रसाद द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि माता अगर सही रूप में बच्चों पर ध्यान दें तो वह अपने इच्छा अनुरूप बालक को मानव रूप दे सकेंगे। इसके लिए उन्हें बच्चों के साथ समय देना होगा तथा अपने अन्य कार्य जैसे दूरदर्शन में सीरियल देखना त्यागना होगा।
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