मां ने शादीशुदा बेटी को दी मुखाग्नि, पति ने की थी बेरहमी से हत्या

गया। गया में पहली बार एक मां ने अपनी शादीशुदा बेटी को मुखाग्नि दी। मोक्ष नगरी गयाजी के विष्णुपद स्थित श्मशान घाट पर दिल्ली में रहने वाली सावित्री देवी ने शुक्रवार की देर शाम अपनी बेटी सपना को मुखाग्नि दी। बेटी की ससुराल वालों ने हत्या कर दी थी। उसकी 3 साल की बेटी रस्म पूरा नहीं कर सकती थी तो मां ने जिम्मेदारी ली। सपना के पिता की मृत्यु 8 साल पहले हो चुकी है। उसकी मां ने उसकी शादी करवाई थी।
सावित्री देवी ने अपनी बेटी की हत्या का आरोप उसके ससुराल वालों पर लगाया है। जिस पर कार्रवाई करते पुलिस ने दामाद हेमंत को गिरफ्तार कर लिया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। इस बीच दिल्ली से मृतका की मां सावित्री देवी भी गया पहुंच गईं। शव के पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शुक्रवार को शव परिजनों को सौंपना चाहा तो मायके और ससुराल पक्ष के बीच शव को लेने और दाह संस्कार के लिए बहस शुरू हो गई।
बिना सिले हुए कपड़ों में बेटी को दी मुखाग्नि
अंत में मोहल्ले वालों के हस्तक्षेप के बाद शव, मृतका की मां को सौंप दिया गया। विधिवत तरीके से शव को श्मशान घाट लाया गया। जब मुखाग्नि देने की बात आई तो सावित्री ने आगे बढ़ कर कहा कि मुखाग्नि तो मैं ही दूंगी। यह सुनते ही वहां मौजूद ब्राह्मण व अन्य लोग एक क्षण के लिए चुप्पी साध गए, लेकिन दूसरे पल ही सावित्री को कहा गया कि आपके और भी बच्चे हैं। उनसे मुखाग्नि दिलवा दीजिए, लेकिन सावित्री देवी नहीं मानीं। इसके बाद उन्हें बिना सिले हुए वस्त्र पहनाए गए और फिर विधिवत तरीके से अपनी बेटी को सावित्री देवी ने मुखाग्नि दी।